पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा कि भारत से करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले श्रद्धालुओं को पासपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं होगी। इमरान खान ने शुक्रवार को ट्वीट किया, "भारत से करतारपुर आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए मैंने दो शर्ते हटा दी हैं। इसके तहत अब उन्हें पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, बल्कि सिर्फ एक वैध पहचान पत्र दिखाने की जरूरत होगी। उन्हें अब 10 दिन पहले से पंजीकरण भी नहीं कराना होगा।"
उन्होंने कहा, "उद्घाटन समारोह पर आने वाले और गुरू जी (सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी) की 550वीं जयंती पर आने वाले श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।"
बता दें कि यह सिख समुदाय के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है, जहां श्रद्धालु पहले सिख गुरु के 550वीं जयंती को मनाने के लिए आ रहे हैं। वही, पाकिस्तान प्रशासन ने करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले श्रद्धालुओं से बीस डॉलर सेवा शुल्क वसूलने का फैसला किया है। इमरान खान करतारपुर कॉरिडोर का नौ नवंबर को उद्घाटन करेंगे।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उसी दिन भारतीय सीमा में इस कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद मोदी पंजाब के गुरुदासपुर में डेरा बाबा नामक में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। भारत की ओर से पाकिस्तान जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शामिल होने की संभावना है। मनमोहन सिंह पहले जत्थे के साथ पाकिस्तान रवाना होंगे।
इस बीच पाकिस्तान ने कांग्रेस नेता एवं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए विशेष न्योता भेजा है। विदेश मंत्रालय ने हालांकि कहा कि इसके लिए सिद्धू को 'राजनीतिक मंजूरी' लेनी होगी। इस प्रकार सिद्धू के पाकिस्तान जाने पर संशय की स्थिति बनी हुई है।