रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध के कारण खाद्य और ऊर्जा लागत में वृद्धि के बीच भारत ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा है कि ऊर्जा सुरक्षा गंभीर चिंता का विषय है। भारत ने कहा कि, इस समस्या का सभी को मिलकर समाधान करने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रवींद्र ने मंगलवार को यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर यूएनएससी की बैठक में यह बात कही।
हमें रचनात्मक रूप से प्रतिक्रिया देने की जरूरत है
स्थायी प्रतिनिधि आर रवींद्र ने कहा कि, यूक्रेन संघर्ष से पैदा हुई खाद्य सुरक्षा चुनौतियों के प्रति हमें रचनात्मक रूप से प्रतिक्रिया देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, विशेष रूप से कई विकासशील देशों के लिए भोजन और ऊर्जा की बढ़ती लागत के मद्देनजर इस संघर्ष का प्रभाव क्षेत्र के बाहर भी महसूस किया जा रहा है।
हमें रचनात्मक रूप से प्रतिक्रिया देने की जरूरत है
स्थायी प्रतिनिधि आर रवींद्र ने कहा कि, यूक्रेन संघर्ष से पैदा हुई खाद्य सुरक्षा चुनौतियों के प्रति हमें रचनात्मक रूप से प्रतिक्रिया देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, विशेष रूप से कई विकासशील देशों के लिए भोजन और ऊर्जा की बढ़ती लागत के मद्देनजर इस संघर्ष का प्रभाव क्षेत्र के बाहर भी महसूस किया जा रहा है।
ऊर्जा सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय है : रविंद्र
रवींद्र ने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र को इस मुद्दे का जल्द समाधान निकालने के लिए रचनात्मक रूप से काम करना होगा। उन्होंने कहा, ऊर्जा सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय है और सहकारी प्रयासों के जरिए इसका मुकाबला करने की आवश्यकता है।
रवींद्र ने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र को इस मुद्दे का जल्द समाधान निकालने के लिए रचनात्मक रूप से काम करना होगा। उन्होंने कहा, ऊर्जा सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय है और सहकारी प्रयासों के जरिए इसका मुकाबला करने की आवश्यकता है।