ईरान में मानसून के बदलने से देश में तबाही का माहौल बन गया हैं। बताया जा रहा है कि सूखा प्रभावित दक्षिणी फार्स प्रांत में आक्समिक बाढ़ से अमुमानन 17 लोग बाढ़ की चपेट में आ गए जिससे की लोगों में डर का माहौल बना हुआ हैं।हालांकि, इस बात की जानकारी आज सुबह शनिवार को पूर्णत सांझा की गई ।
रेस्कयु ऑपरेशन के तहत 55 लोगों को बचाया गया
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक एस्ताहबान के गवर्नर युसेफ कारेगर के हवाले से बताया गया कि शहर में बहने वाली रूदबल नदी का जलस्तर भारी बारिश के कारण काफी बढ़ गया। कारेगर के मुताबिक, बचाव दलों ने बाढ़ में फंसे 55 लोगों को बचा लिया, जबकि कम से कम छह लोग अब भी लापता हैं।
सड़कों के निर्माण से अचानक आने वाली बाढ़ का खतरा बढ़ गया
ईरान जलवायु परिवर्तन के कारण दशकों से सूखे का सामना कर रहा है। मौसम विज्ञान विभाग ने पिछले दिनों देशभर में संभावित भारी मौसमी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की थी। विशेषज्ञों के मुताबिक, ईरान में नदियों के किनारे बड़े पैमाने पर इमारतों और सड़कों के निर्माण से अचानक आने वाली बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मार्च 2018 में फार्स प्रांत में अचानक आई बाढ़ से 44 लोगों की जान चली गई थी।