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आईएस के विस्फोटों ने अफगानिस्तान में बढ़ाई चिंता, हमले की जांच शुरू

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कारी सैयद खोस्ती ने ट्विटर पर विस्फोटों की पुष्टि करते हुए कहा कि एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए और सभी पीड़ित वहां के नागरिक थे।

अफगानिस्तान में काबुल के निवासियों में बढ़ते हमलों ने चिंता पैदा कर दी है। लोगों ने राजधानी में इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादी समूह द्वारा किए गए बम विस्फोटों की एक सीरीज देखी, जिसमें दशती बारची में दो नए विस्फोटों के साथ पिछले सप्ताह एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता कारी सैयद खोस्ती ने ट्विटर पर विस्फोटों की पुष्टि करते हुए कहा कि एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए और सभी पीड़ित वहां के नागरिक थे।
अधिक विवरण प्रदान किए बिना, प्रवक्ता ने कहा कि हमलों की जांच शुरू कर दी गई है। इस बीच, स्थानीय लोगों ने कहा कि पहला विस्फोट 17 नवंबर की दोपहर में एक मिनी बस में हुआ, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और 2 अन्य घायल हो गए। तीस मिनट बाद, पड़ोस के देहबोरी इलाके में एक और विस्फोट हुआ, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई।
आईएस ने कथित तौर पर आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली है। देश में 13 नवंबर को भी इसी तरह का एक विस्फोट पुलिस जिले के दशती बारची इलाके में एक मिनी बस को निशाना बनाकर किया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए थे। कट्टरपंथी आईएस समूह ने भी विस्फोट का दावा किया था। अगस्त में तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने और एक कार्यवाहक प्रशासन के गठन के बाद, सुरक्षा स्थिति में तुलनात्मक रूप से सुधार हुआ है, जिसका अफगानों ने बड़े पैमाने पर स्वागत किया है।
हालांकि, हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी आईएस संगठन ने ली है। उन्होंने युद्ध से थके हुए अफगानों के बीच चिंता पैदा कर दी है। आईएस समूह ने तालिबान के नेतृत्व वाले इस्लामिक अमीरात को चुनौती दी है। उन्होंने भी कई आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें नवंबर की शुरुआत में काबुल सैन्य अस्पताल पर खुले हमले भी शामिल है और जिसमें एक दर्जन से अधिक लोग मारे गए या घायल हुए थे। इसने अक्टूबर में कुंदुज और कंधार प्रांतों में शिया मस्जिदों पर घातक हमलों की जिम्मेदारी भी ली, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए।
तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने आईएस के खतरे को कमतर आंकते हुए कहा कि सुरक्षा बल देश में आईएस के ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट करना जारी रखेंगे। तालिबान के अधिकारी इनामुल्ला समांगानी ने गुरुवार को कहा कि आईएस के खिलाफ ताजा अभियान में, “इस्लामिक अमीरात के सुरक्षा बलों ने बुधवार रात काबुल के सराय-ए-शामली इलाके में आईएस समूह के एक ठिकाने को निशाना बनाया, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया और कुछ अन्य को गिरफ्तार किया गया।” काबुल के एक निवासी ने शनिवार को समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, ‘अगर अनदेखी की गई तो एक कमजोर दुश्मन भी तबाही मचा सकता है।’ उन्होंने नए प्रशासन के सुरक्षा बलों से संघर्षग्रस्त देश में स्थायी शांति सुनिश्चित करने का आह्वान किया।

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