इज़राइली सेना के खुफिया विभाग के पूर्व प्रमुख का कहना है कि जनवरी 2020 में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराने वाले अमेरिकी हवाई हमले में उनका देश भी शामिल था। इस अभियान में इज़राइल के शामिल होने की बात पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार की गई है।
अमेरिकी ड्रोन हवाई हमले में मारे गए थे सुलेमानी
सुलेमानी ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड के ‘कुद्स फोर्स’ के प्रमुख थे और विदेशों में अर्धसैनिक बलों के साथ ईरान के संबंधों की जिम्मेदारी उठाते थे। जनवरी 2020 में बगदाद हवाई अड्डे पर हुए अमेरिकी ड्रोन हवाई हमले में उनकी मौत हो गई थी। यहां तक कि इस घटना के बाद आसपास के देशों के पूरी तरह युद्ध में उलझने का खतरा पैदा हो गया था।
इजराइली खुफिया विभाग ने की थी मदद
हवाई हमले के एक सप्ताह बाद एनबीसी न्यूज ने अपनी खबर में कहा था कि हवाई हमले से पहले दमिश्क से बगदाद तक सुलेमानी के उड़ान संबंधी सूचना की पुष्टि में इजराइली खुफिया विभाग ने मदद की थी। इस साल की शुरूआत में याहू न्यूज ने खबर दी थी कि इजराइल के पास ‘सुलेमानी की जानकारी थी’ और उसने यह सूचना अमेरिका को दी।
इजराइल के सैन्य खुफिया विभाग के प्रमुख ने किया खुलासा
अक्टूबर तक सैन्य खुफिया विभाग के प्रमुख रहे मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) तामिर हेयमान पहले ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने इस हवाई हमले में इजराइल की भूमिका होने की पुष्टि की है। हेयमान का बयान इजराइली खुफिया विभाग से नजदीक से जुड़ी ‘हिब्रू’ भाषा में प्रकाशित एक पत्रिका के नवंबर संस्करण में छपा है। उनका यह साक्षात्कार सेना से सेवानिवृत्ति से कुछ ही सप्ताह पहले सितंबर महीने में लिया गया था। साक्षात्कार के लेखक ने लिखा है कि हेयमान ने बातचीत की शुरूआत ही उस अमेरिकी हवाई हमले से की जिसमें सुलेमानी की मौत हुई थी, जिसमें इजराइल ने भी भूमिका निभाई थी।
सुलेमानी को मार गिराना हमारे लिए उपलब्धि – हेयमान
हेयमान ने पत्रिका से कहा, ‘‘सुलेमानी को मार गिराना हमारे लिए उपलब्धि थी क्योंकि, मेरी नजरों में, हमारे मुख्य दुश्मन ईरानी हैं।’’ उन्होंने कहा कि सेना के खुफिया विभाग के प्रमुख के रूप में ‘‘मेरे कार्यकाल के दौरान दो महत्वपूर्ण हत्याएं हुई हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहला… जैसा कि मैंने बताया, कासिम सुलेमानी… इतने वरिष्ठ व्यक्ति, जिन्होंने रणनीतियां बनायी हों, जो मोर्चों पर लड़ने वाली सेना की सामरिक रणनीति तय करते हो जो इनको अंजाम देते हों, उनके बारे में पता लगना बहुत दुर्लभ बात है।’’ हेयमान ने सुलेमानी को पड़ोसी देश सीरिया में ‘‘ईरानी मोर्चें की ट्रेन का इंजन बताया।’’
हेयमान की टिप्पणियों पर इजराइल की सेना ने नहीं की कोई टिप्पणी
इजराइल ने पिछले एक दशक में सीरिया में सैकड़ों हवाई हमले किए हैं, लेकिन उनपर सार्वजनिक रूप से बिरले ही टिप्पणी करता है। हालांकि, इजराइल का कहना है कि उसने ईरान समर्थित बलों और ईरान के प्रॉक्सी (लेबनानी शिया मिलिशिया हिज्बुल्ला) के लिए जाने वाली हथियारों की खेप को ही निशाना बनाया है। हेयमान ने कहा कि इजराइल के हमलों ने ईरान को सीरिया में पैर जमाने से रोका है। गौरतलब है कि इजराइल की सेना ने हेयमान की टिप्पणियों को लेकर प्रतिक्रिया के अनुरोध पर तत्काल कोई उत्तर नहीं दिया है।
हेयमान का यह साक्षात्कार ऐसे समय में प्रकाशित हुआ है जब विश्व शक्तियां और ईरान, उसके (ईरान के) परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाने के लक्ष्य से नये समझौते पर पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। विश्व शक्तियों और ईरान के बीच 2015 में इस संबंध में हुए पिछले समझौते को अमेरिका अकेले दम पर खारिज कर चुका है और खुद को इससे बाहर करते हुए 2018 में उसने ईरान पर फिर से आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे।