इजरायल-हमास के बीच चल रही जंग का रविवार को 23वां दिन है। सहयोगियों और विपक्ष की तीखी आलोचना का सामना कर रहे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने एक पुराने स्टेटमेंट के लिए सिक्योरिटी फोर्स से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि मैं गलत था। जो बातें मैंने कही वो नहीं कही जानी चाहिए थी, इसलिए मैं माफी मांगता हूं। मैं सभी सुरक्षाबलों के सभी प्रमुखों का समर्थन करता हूं। नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर को घातक हमास हमले को रोकने में विफल रहने के लिए सुरक्षा सेवाओं को दोषी ठहराया था।
बेंजामिन नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए अपने पुराने बयान को हटा दिया है। उन्होंने कहा कि मैं सुरक्षा सेवाओं के सभी प्रमुखों को पूरा समर्थन देता हूं। मैं आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ और आईडीएफ के कमांडरों और सैनिकों को सपोर्ट करता हूं जो फ्रंट पर रहकर हमारे घर के लिए लड़ रहे हैं।
नेतन्याहू ने मढ़ा था ये आरोप
इससे पहले प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया था कि उन्हें किसी भी स्तर पर हमास के हमले की कोई चेतावनी नहीं दी गई थी। इंटेलिजेंस प्रमुख और शिन बेट के प्रमुख सहित सभी सुरक्षा सेवाओं की राय थी कि हमास डरा हुआ है और समझौता करना चाहता है। उनके इस बयान की जमकर आलोचना हुई। इसके बाद उन्होंने पोस्ट को डिलीट कर दिया।
हम अब युद्ध में हैं
कई सुरक्षा प्रमुखों ने भी इस भारी विफलता की जिम्मेदारी स्वीकार की, लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू ने इसके लिए कोई भी गलती मानने से परहेज किया है। इसरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि मैं इस सवाल का जवाब नहीं दूंगा। हम अब युद्ध में हैं और इस पर फोकस कर रहे हैं। हम आईडीएफ और शिन बेट में सच्चाई की गहन जांच करेंगे और जनता के सामने सब कुछ पेश करेंगे।