ढाका : वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज राज्यों से अपील की कि वे पेट्रोल व डीजल पर बिक्री कर या वैट में कटौती करें ताकि आम उपभोक्ताओं को इ’धन की उंची कीमतों से राहत मिले। केंद सरकार ने कल पेट्रोल व डीजल के उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की जिससे उस पर 26000 करोड़ रुपये का बोझ पड़गा।
तीन दिन की आधिकारिक यात्रा पर यहां आए जेटली ने कहा कि पेट्रोल व डीजल पर उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती कीमतों में लगातार बढ़तरी से राहत देने तथा उपभोक्ताओं के हाथों में और धन उपलब्ध करवाने के लिए किया गया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा अब यह राज्य सरकारों पर है कि क्या वे बिक्री कर या वैट में कटौती के मुद्दे को लेकर चिंतित हैं। विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि विशेषकर केरल व दिल्ली सहित कुछ राज्य सरकारें शुल्कों में कटौती की मांग करती रही हैं।
राज्य सरकारों को अपने खुद के वैट संग्रहण पर विचार करना चाहिए। भाजपा शासित राज्यों को भी वैट में कटौती को कहा जाएगा यह पूछे जाने पर जेटली ने कहा, मेरी राय में राज्य अपने विथ का प्रबंध करते हैं और मुझे विश्वास है कि राज्य अपने लोगों के करीब है। वहीं नयी दिल्ली में पेट्रोलियम मंत्री धमे’द, प्रधान ने कहा कि राज्यों को पेट्रोल व डीजल पर बिक्री कर में पांच प्रतिशत तक की कटौती करनी चाहिए। उन्होंने कह कि जेटली शीघ, ही इस मुद्दे पर सभी राज्यों को लिखेंगे।