कजाकिस्तान में सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच बढ़ते तनाव को लेकर रूस के राष्ट्रपित व्लादिमीर पुतिन ने सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (सीएसटीओ) के सदस्य देशों के नेताओं के साथ फोन पर बातचीत की। ये जानकारी क्रेमलिन ने दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने क्रेमलिन के हवाले से कहा, रूस के राष्ट्रपति ने किर्गिज राष्ट्रपति सदिर झापरोव, बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको, ताजिक राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन और अर्मेनियाई प्रधानमंत्री निकोल पशिनियन के साथ फोन पर बातचीत की।
रूस के रक्षा मंत्री पुतिन के कर रहे हैं रिपोर्ट
राष्ट्रपति पुतिन ने कजाखस्तान की स्थिति को लेकर राष्ट्रपति कसीम-जोमार्ट तोकायेव से भी फोन पर कई बार बात कर चुकें हैं। क्रेमलिन द्वारा कहा गया कि यह चर्चा कजाकिस्तान के घटनाक्रम और अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुकाबला करने, व्यवस्था बहाल करने और देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सीएसटीओ के तहत संयुक्त कार्रवाई पर केंद्रित है। इस बीच सीएसटीओ शांति अभियान शुरू होने के बाद से, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु नियमित रूप से पुतिन को कजाकिस्तान में शांति सेना के हस्तांतरण की प्रगति और सौंपे गए कार्यो को पूरा करने के लिए रिपोर्ट कर रहे हैं।
रूस तैनात कर चुका है अपनी सेना
क्रेमलिन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ दिनों में कजाकिस्तान में हिंसक विरोध प्रदर्शनों में कई मौतें हुई हैं। प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई प्रदर्शनकारियों द्वारा बनाए गए गुट भी आपस में एक दूसरे पर पर हमला कर रहे है। सरकार ने पूरे देश में इंटरनेट को बंद कर दिया है। इस बीच राष्ट्रपति तोकायेव ने बुधवार को सरकार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और सीएसटीओ से मदद मांगी। सीएसटीओ ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा, शांति रक्षा बलों में रूस, बेलारूस, आर्मेनिया, ताजिकिस्तान और किर्गिस्तान के सैनिक शामिल हैं। कजाकिस्तान की सरकार के कहने पर रूस पहले ही अपनी सेना को वहां भेज चुका है।