अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ईरान में हो रहे प्रदर्शनों पर करीब से नजर रख रहा है,साथ ही उसने प्रदर्शनकारियों के ‘जनसंहार’ के खिलाफ चेतावनी दी है। दरअसल ईरान ने लोग उस वक्त सड़कों पर उतर आए जब ईरान ने स्वीकार किया कि यूक्रेन का विमान उसने गलती से गिरा दिया है। इस भयावह हादसे में विमान में सवार सभी 176 लोग मारे गए थे।
ट्रंप ने अंग्रेजी और फारसी में ट्वीट किया कि वह प्रदर्शनकारियों के साथ हैं और प्रदर्शनों पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “ईरान के बहादुर, लंबे वक्त से पीड़ित लोगों के लिए: राष्ट्रपति पद पर आने के बाद से ही मैं आपके साथ हूं और हमारा प्रशासन आपके साथ है।” उन्होंने कहा, “शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर फिर जनसंहार नहीं हो सकता और न ही इंटरनेट बंद हो सकता है। पूरा विश्व देख रहा है। हम आपके प्रदर्शनों पर करीब से नजर बनाएं हैं और आपके साहस से प्रेरित हैं।”
The government of Iran must allow human rights groups to monitor and report facts from the ground on the ongoing protests by the Iranian people. There can not be another massacre of peaceful protesters, nor an internet shutdown. The world is watching.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 11, 2020
इस बीच ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने बताया कि ईरान प्रशासन ने तेहरान में ब्रिटेन के राजदूत को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया था। राजदूत रोब मकायर को ईरान में शासन के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर हिरासत में लिया गया था। हालांकि राजदूत को एक घंटे के बाद रिहा कर दिया गया था।
राब ने राजदूत रोब मकायर को हिरासत में लिए जाने के बाद एक बयान में कहा, “बिना किसी आधार और व्याख्या के तेहरान में हमारे राजदूत को हिरासत में लिया जाना अंतरराष्ट्रीय कानून का खुले तौर पर उल्लंघन है।” मंत्री ने ईरान को चेतावनी दी कि वह ‘दोराहे पर खड़ा है’ और उसे ‘परित्यक्त देश’ का दर्जा या फिर ‘बातचीत के जरिए तनाव कम करने की दिशा में कदम’ में से किसी एक को चुनना होगा। अमेरिका के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि दुर्घटनावश विमान को गिराना ईरान की ‘खतरनाक भूल’ है।