रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल देशों से कम से कम एक फीसदी विमान और टैंक की जरूरत है। जेलेंस्की ने कीव के पश्चिमी सहयोगियों पर यूक्रेन की सहायता में अब भी हिचकिचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संबोधन में कहा, हमें सिर्फ एक फीसदी नाटो के विमानों और टैंकों की जरूरत है, इससे ज्यादा और कुछ नहीं।
नाटो शिखर सम्मेलन से हुई काफी निराशा : जेलेंस्की प्रशासन
शुक्रवार को जारी 27 यूरोपीय देशों के प्रमुखों के लिए जारी अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कीव को हथियारों की आपूर्ति से इंकार करने और हंगेरियन क्षेत्र के माध्यम से हथियारों के हस्तांतरण की अनुमति नहीं देने के लिए हंगरी की आलोचना की। राष्ट्रपति जेलेंस्की प्रशासन के प्रमुख एंड्री यरमक ने शुक्रवार को कहा कि कीव को इस हफ्ते की शुरुआत में आयोजित नाटो शिखर सम्मेलन से काफी निराशा हुई है क्योंकि कीव को उम्मीद थी कि, इस दौरान गठबंधन कहीं और ज्यादा अपने साहस का प्रदर्शन करेगा और रूस का मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त उपाय अपनाएगा।
हथियारों की राह देखते-देखते हम थक गए हैं : जेलेंस्की
इसके अलावा राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक बार फिर अपने वीडियो संदेश से नाटो को खरीखोटी सुनाई है। उन्होंने कहा, हमे लगता है कि अब हम मरियूपोल शहर को खो देंगे, क्योंकि हमारे पास अब और हथियार नहीं है। उन्होंने कहा हम थक गए हैं हथियारों की राह देखते-देखते। उल्लेखनीय है कि यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुहान्स्क को अलग-अलग देशों के रूप में मान्यता दिए जाने के बाद यहां से यूक्रेनी सेना को हटाने के लिए रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत की थी। रूस ने कहा था कि यूक्रेन पर कब्जा करने की उसकी कोई योजना नहीं है, बल्कि लक्ष्य यूक्रेन का असैन्यीकरण करना है।
नाटो शिखर सम्मेलन से हुई काफी निराशा : जेलेंस्की प्रशासन
शुक्रवार को जारी 27 यूरोपीय देशों के प्रमुखों के लिए जारी अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कीव को हथियारों की आपूर्ति से इंकार करने और हंगेरियन क्षेत्र के माध्यम से हथियारों के हस्तांतरण की अनुमति नहीं देने के लिए हंगरी की आलोचना की। राष्ट्रपति जेलेंस्की प्रशासन के प्रमुख एंड्री यरमक ने शुक्रवार को कहा कि कीव को इस हफ्ते की शुरुआत में आयोजित नाटो शिखर सम्मेलन से काफी निराशा हुई है क्योंकि कीव को उम्मीद थी कि, इस दौरान गठबंधन कहीं और ज्यादा अपने साहस का प्रदर्शन करेगा और रूस का मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त उपाय अपनाएगा।
हथियारों की राह देखते-देखते हम थक गए हैं : जेलेंस्की
इसके अलावा राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक बार फिर अपने वीडियो संदेश से नाटो को खरीखोटी सुनाई है। उन्होंने कहा, हमे लगता है कि अब हम मरियूपोल शहर को खो देंगे, क्योंकि हमारे पास अब और हथियार नहीं है। उन्होंने कहा हम थक गए हैं हथियारों की राह देखते-देखते। उल्लेखनीय है कि यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुहान्स्क को अलग-अलग देशों के रूप में मान्यता दिए जाने के बाद यहां से यूक्रेनी सेना को हटाने के लिए रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत की थी। रूस ने कहा था कि यूक्रेन पर कब्जा करने की उसकी कोई योजना नहीं है, बल्कि लक्ष्य यूक्रेन का असैन्यीकरण करना है।