लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

कनाडा आम चुनावों में लिबरल पार्टी ने दर्ज की जीत, जस्टिन ट्रूडो की हुई सत्ता में वापसी, मिला जनादेश

कनाडा के लोगों ने चुनाव में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत दिलाई है। लिबरल पार्टी ने मध्यावधि चुनाव में किसी भी अन्य पार्टी की तुलना में सबसे अधिक सीटें हासिल की हैं।

कनाडा के लोगों ने चुनाव में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत दिलाई है। लिबरल पार्टी ने मध्यावधि चुनाव में किसी भी अन्य पार्टी की तुलना में सबसे अधिक सीटें हासिल की हैं। ट्रूडो को प्रधानमंत्री के रूप में अब फिर से जनादेश मिला है। स्थानीय मीडिया के अनुसार ट्रूडो की पार्टी ने 44वें आम चुनाव में हाउस ऑफ कॉमन्स की 156 सीटें जीती हैं, उसके बाद कंजरवेटिव पार्टी को 121 सीटें, ब्लॉक क्यूबेकॉइस ने 32, न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ने 27 और ग्रीन पार्टी ने 2 सीटें जीती हैं।
इससे पिछले महीने हाउस ऑफ कॉमन्स को समाप्त किया गया उसके मुताबिक पिछली बार के मुकाबले इस बार भी अंतिम सीटों में संख्या में ज्यादा अंतर नहीं दिखाई दे रहा है। कनाडा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए किसी भी पार्टी को 38 फीसदी वोट की जरूरत होती है, ताकि संसद में बहुमत हासिल किया जा सके। देश में 338 सीटों के लिए वोट डाले गए हैं। किसी भी पार्टी को बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 170 सीटों पर जीत दर्ज करने की जरूरत होती है। 
इससे पहले जब 2019 कनाडा में चुनाव हुए थे, तब भी ट्रूडो की पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। जिसके चलते कानून पारित करने के लिए अन्य दलों के समर्थन पर निर्भर रहना पड़ता था। पिछले चुनाव में लिबरल पार्टी ने 155 सीटों पर जीत हासिल की थी, उसके बाद कंजर्वेटिव पार्टी ने 119 सीट, ब्लॉक क्यूबेकॉइस 32, न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी 24 सीटों और ग्रीन पार्टी की झोली में 2 सीटें आई थी।
देश में कोरोना की चौथी लहर के बीच चुनाव कराने के लिए ट्रूडो को विपक्षी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ा था। ट्रूडो ने अपनी लगभग 2 साल की अल्पमत सरकार को समाप्त करते हुए 15 अगस्त को मध्यावधि चुनाव का एलान किया था। राजनीतिक विरोधियों ने तर्क दिया कि उनका निर्णय बहुमत वाली सरकार की इच्छा से प्रेरित था और उनका एकमात्र ध्यान शासन पर होना चाहिए, प्रचार पर नहीं, जबकि पूरे देश में महामारी फैल रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eight − one =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।