मलेशिया में काफी उथल-पुथल के बाद नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति की गई, जिसके बाद मंत्रिमंडल पर मंथन का गंभीर सिलसिला शुरू हो गया। लेकिन यहां पर मलेशिया के नये प्रधानमंत्री इस्माईल साबरी याकूब ने शुक्रवार को सामने रखे अपने मंत्रिमंडल में कोई खास फेरबदल न करते हुए ज्यादातर पुराने चेहरों को ही दोबारा शामिल किया है, लेकिन प्रतिबद्धता जताई कि उनकी सरकार ज्यादा खुली सरकार होगी जो बिगड़ती वैश्विक महामारी स्थिति को रोकने के लिए प्रयासरत है।
कैबिनेट में शामिल ज्यादातर लोग वही हैं जो उनके पूर्ववर्ती मुहिइद्दीन यासीन के मंत्रिमंडल में भी थे। यासीन ने उनके गठबंधन में आंतरिक कलह की वजह से उनको बहुमत का समर्थन न मिलने के बाद 16 अगस्त को इस्तीफा दे दिया था। वह 18 माह से भी कम समय तक इस पद पर रहे।
इस्माईल ने किसी को उप्रधानमंत्री नहीं नामित किया लेकिन चार वरिष्ठ मंत्री पद रखे जो मुहिइद्दीन ने उनकी मलय बहुमत सरकार के धड़ों को खुश रखने के लिए सृजित किए थे। बैंकर जफरुल अब्दुल अजीज को शक्तिशाली वित्त मंत्रालय दिया गया है जबकि कुछ पूर्व मंत्रियों के मंत्रालयों में आपस में अदला-बदली की गई है।
विपक्षी सांसदों ने नये मंत्रिमंडल पर तुरंत निराशा व्यक्त की, जिसके बार में उनका कहना है कि यह पूर्व की सरकार जैसा ही है, जो सात महीने की आपात स्थिति और जून से लॉकडाउन लगाए जाने के बावजूद महामारी पर अंकुश लगाने में विफल रही।
मलेशिया में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 24,599 मामले दर्ज किए गए जिसके बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 16.4 लाख हो गई। मौत के दैनिक मामले भी रिकॉर्ड 393 दर्ज किए गए जिसके बाद मृतक संख्या 15,211 हो गई। टीकाकरण तेजी से हो रहा है जहां आधे से ज्याद वयस्क आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।