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अमेरिका के साथ समझौते को बचाने के प्रयास में रूप से मिसाइल रक्षा प्रणाली सामने रखी

रूस ने अमेरिका की आलोचना से मुकाबले और सोवियत संघ के समय के समझौते को बचाने के लिए बुधवार को आखिरी समय में किये प्रयास के तहत एक मिसाइल

रूस ने अमेरिका की आलोचना से मुकाबले और सोवियत संघ के समय के समझौते को बचाने के लिए बुधवार को आखिरी समय में किये प्रयास के तहत एक मिसाइल रक्षा प्रणाली सामने रखी।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह दावा करते हुए अमेरिका के साथ मध्यम दूरी की मारक क्षमता वाली परमाणु शक्ति संधि (आईएनएफ) से हटने की धमकी दी कि रूस का 9एम729 जमीन आधारित मिसाइल प्रणाली समझौते का उल्लंघन करती है।

रूस ने बार बार इससे इनकार किया है कि प्रणाली समझौते का उल्लंघन करती है। रूस ने अपने इस दावे को साबित करने के लिए मिसाइल को पैट्रियोट पार्क में प्रदर्शित किया। पैट्रियोट पार्क मास्को के बाहर कुबिन्का नगर के पास एक थीम पार्क है।

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प्रणाली के पास खड़े रूस के रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने विदेशी मीडिया और विदेशी सैन्य अधिकारियों को मिसाइल की विशेषताएं बताईं। रूसी रक्षा एवं विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि मिसाइल प्रणाली की रेंज समझौते के अनुरूप है।

रूस के तोपखाने और मिसाइल प्रभाग के प्रमुख मिखाइल मातविस्की ने कहा कि अधिकतम रेंज 480 किलोमीटर है। उन्होंने कहा कि आईएनएफ समझौता 500 से 5500 किलोमीटर रेंज की मिसाइलों को प्रतिबंधित करता है। मातविस्की ने कहा कि रूस यह जानकारी ‘‘स्वैच्छिक पारदर्शिता’’ के हितों में सामने रख रहा है।

अमेरिका ने कहा है कि वह रूस के मिसाइल के ‘‘स्थिर प्रदर्शन’’ से संतुष्ट नहीं होगा क्योंकि वे यह नहीं दिखाएंगे कि मिसाइल समझौते का उल्लंघन करती है या नहीं।

अमेरिका ने कहा कि रूस यदि आईएनएफ को बरकरार रखना चाहता है तो मिसाइल प्रणाली को सत्यापित तरीके से नष्ट किया जाना चाहिए।
इस मौके पर विदेश उप मंत्री सर्गेई रियाबकोव भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि रूस ने मिसाइल को तब पेश करने का निर्णय किया जब जिनिवा में इस महीने अमेरिकी अधिकारियों के साथ वार्ता ‘‘पूर्ण रूप से असफल’’ रही।

उन्होंने कहा कि अमेरिका समझौते के तहत प्रतिबंधित मिसाइल पर काम करना जारी रखे हुए है और वह देश में उसकी उत्पादन इकाइयों का विस्तार कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘समझौते को संरक्षित रखा जाना चाहिए। फैसला अमेरिकी पक्ष को करना है।’’ रूस ने कहा कि इस मौके पर 21 विदेशी सैन्य अधिकारी मौजूद थे लेकिन इनमें से कोई भी नाटो का नहीं था।

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