भारत से फरार शराब कारोबारी और किंगफिशर के मालिक विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार किया । हालांकि माल्या को तुरंत जमानत भी मिल गई । आपको बता दे कि विजय माल्या पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चल रहा है । माल्या को ED से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अरेस्ट किया गया है।
इससे पहले 13 जून को विजय माल्या को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में उसकी पेशी हुई थी। उस दौरान कोर्ट ने माल्या को 4 दिसंबर तक की जमानत दी थी। मामले में अगली सुनवाई 6 जुलाई 2018 को होनी थी।
बता दे बता दे कि विजय माल्या पर 17 भारतीय बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ आरोप-पत्र जमा करने के लिए लंदन पहुंची थी। यह कदम माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर उठाया गया था। ईडी टीम लंदन में विजय माल्या के खिलाफ क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय के समक्ष 5,500 पृष्ठ के आरोप-पत्र व कुछ अन्य दस्तावेज जमा करने के लिए पहुंची थी। क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले को लड़ रहा है। ईडी अधिकारी ने कहा था कि आरोप पत्र में इस बात का विवरण है कि कैसे माल्या ने आईडीबीआई बैंक से प्राप्त 900 करोड़ रुपये कर्ज की राशि को भारत के अपने समूह की कंपनियों और कई दूसरे देशों में फर्जी कंपनियों के माध्यम से इस्तेमाल किया।
आपको बता दे कि माल्या ने 2 मार्च को दोपहर करीब 1:30 बजे जेट एयरवेज की दिल्ली-लंदन फ्लाइट पकड़ी थी। फ्लाइट नंबर 9W122 से माल्या लंदन रवाना हुआ। खबरों की मानें तो जिस वक्त माल्या लंदन रवाना हुआ उस वक्त उसके साथ एक महिला भी थी। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि यह महिला कौन थी और माल्या के साथ क्यों थी। माल्या के पास बड़े-बड़े सात बैग भी थे।