पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुए उपचुनावों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने जीत हासिल की तो वहीं सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को हार का मुंह देखना पड़ा। जीत ने जहां एक ओर इमरान खान को एक उम्मीद दी है, वहीं नवाज शरीफ ने हार के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से समझौता करने के लिए सरकार के निर्णय को जिम्मेदार बताया।
इमरान खान की ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) ने रविवार को पंजाब के एसेंबली उपचुनावों में वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ को करारा झटका देते हुए ‘क्लीन स्वीप’ कर दिया। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अप्रैल में अपदस्थ किए जाने के बाद से उनकी पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पार्टी ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज’ (पीएमएल-एन) के बीच यह पहला प्रमुख चुनावी मुकाबला था। शहबाज़ के बेटे मुख्यमंत्री हमज़ा शहबाज़ अपना पद खोने वाले हैं।
पाकिस्तान : पंजाब ने पीटीआई के लिए जगाई नई उम्मीद, सत्तारूढ़ गठबंधन को लगा एक बड़ा झटका
मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव 22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर होगा और पीटीआई-पीएमएलक्यू के संयुक्त उम्मीदवार चौधरी परवेज़ इलाही के राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत पंजाब के नए मुख्यमंत्री बनने की संभावना है। तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके शरीफ फिलहाल लंदन में हैं
समाचारपत्र ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुतबिक उन्होंने अपने छोटे भाई एवं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मुख्यमंत्री हमजा शरीफ से बात की और उनसे पार्टी की एक आपात बैठक बुलाने को कहा। पार्टी के सूत्रों के अनुसार पार्टी प्रमुख ने कहा कि आईएमएफ से समझौता करने के लिए सरकार ने जो ‘‘मुश्किल निर्णय’’ लिए हैं उसी से पीएमएल-एन पंजाब विधानसभा उप चुनाव में हारी है।