फ्लोर टेस्ट के पहले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को एक बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के सांसदों के एक वर्ग ने सोमवार को संसद के विशेष सत्र में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। विशेष सत्र फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाया गया है। पार्टी के एक नेता भीम रावल ने कहा कि पार्टी के असंतुष्ट गुट के 20 से अधिक विधायकों ने सत्र का बहिष्कार करने का फैसला किया।
परिणामस्वरूप, प्रधानमंत्री को अपनी ही पार्टी के असंतुष्ट गुट से वोट मिलने की संभावना नहीं है। इससे पहले दिन में, ओली ने पार्टी के असंतुष्ट गुट से जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा, मैं सभी सांसदों का ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहूंगा कि कोई भी फैसला करने में जल्दबाजी न करे। आइए एक साथ बैठें, चर्चा करें और किसी भी समस्या का समाधान निकाले।
ओली को फरवरी 2018 में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी सेंटर) के समर्थन से प्रधानमंत्री चुना गया था जिसके अध्यक्ष पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड हैं। लेकिन मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने पार्टी के विलय को रद्द कर दिया था। दो पूर्व प्रधान मंत्री, माधव कुमार नेपाल और झलनाथ खनाल पार्टी के भीतर असंतुष्ट धड़े का नेतृत्व कर रहे हैं।