भारत-नेपाल के बीच नक्शे को लेकर तनाव जारी है। नेपाल अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपना विवादित नक्शा भेजने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि नेपाल सरकार ने 20 मई को भारत के तीन हिस्सों को अपना बताते हुए देश का नया नक्शा जारी किया था। विवादित नक्शे में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को शामिल किया गया है। भूमि प्रबंधन मंत्रालय के मुताबिक, सरकार नए नक्शे को अंग्रेजी में अनुवादित करने और संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO), गूगल समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भेजने के लिए तैयारी कर रही है।
मंत्री पद्मा अर्याल ने अनुसार सरकार जल्द ही लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को संशोधित नक्शे में शामिल करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भेजेगी। अर्याल ने कहा कि हम नक्शे को अंग्रेजी में अनुवादित कर रहे हैं। अगस्त महीने के मध्य तक नक्शा हम भेद देंगे।
नेपाली मापना विभाग के एक सूचना अधिकारी के अनुसार, नेपाल नए नक्शे की चार हजार कॉपी को अंग्रेजी में प्रकाशित करने का काम जारी है। जिसके लिए एक कमेटी का भी गठन किया गया है। बता दें कि नेपाल सरकार ने 20 मई को भारत के तीन हिस्सों को अपना बताते हुए देश का नया नक्शा जारी किया था। जिसे नेपाली संसद की प्रतिनिधि सभा ने 13 जून को अपनी मंजूरी दे दी थी। विवादित नक्शे में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को शामिल किया गया है।