ओमीक्रॉन के बीच नोवेल कोरोना वायरस का एक स्ट्रेन जो डेल्टा और ओमीक्रॉन दोनों प्रकारों के संयोजन का परिणाम है, एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। जब दुनिया पहले से ही ओमीक्रॉन से उबरने में लगी हुई है तो इस नए वेरिएंट की खबरें निश्चित रूप से चिंताजनक हैं। हालांकि, इससे पहले जब यह वेरिएंट सुर्खियों में आया था तब कई मीडिया रिपोर्ट और विशेषज्ञों का मानना था कि यह स्ट्रेन वास्तविक नहीं है। इसके लक्षणों से लेकर संक्रामकता तक, यहां आपको डेल्टाक्रॉन के बारे में जानने की जरूरत है।
जानें क्या है कोरोना का नया डेल्टाक्रॉन वेरिएंट?
यूके से ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं जहां रोगी कोविड के 2 प्रकारों- डेल्टा और ओमीक्रॉन से संक्रमित है। डेली मेल की एक रिपोर्ट में कहा गया, “ऐसा माना जाता है कि यह एक ऐसे मरीज में विकसित हुआ है, जिसने एक ही समय में दोनों प्रकारों को पकड़ा था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह वेरिएंट बाहर से आया है या ब्रिटेन में उत्पन्न हुआ था।” रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महामारी में कई ‘पुनः संयोजक’ रूपों का पता चला है, लेकिन उनका कोई गंभीर प्रकोप नहीं हुआ है।
डेल्टाक्रॉन कितना खतरनाक और क्या हैं इसके लक्षण?
यूकेएचएसए के अधिकारी ने कहा कि यह बताना अभी मुश्किल है कि यह वेरिएंट कितना खतरनाक है, यह वैक्सीन को बेअसर करने में सक्षम है या नहीं। हालांकि, संक्रामक रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर पॉल हंटर ने डेली मेल के हवाले से कहा कि इसे ‘बहुत ज्यादा खतरा पैदा नहीं करना चाहिए’ क्योंकि यूके में मूल डेल्टा और ओमीक्रॉन वरिएंटों के खिलाफ प्रतिरक्षा का विशाल स्तर है। उन्होंने कहा, ‘फिलहाल मैं बहुत ज्यादा चिंतित नहीं हूं। यदि डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों के मामले गिर रहे हैं, तो इस वेरिएंट को फैलने के लिए संघर्ष करना होगा।’
डेल्टाक्रॉन पर WHO की क्या है प्रतिक्रिया
इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया था कि किसी व्यक्ति के लिए SARS-CoV-2 के विभिन्न प्रकारों से संक्रमित होना संभव है। लोग कोरोना महामारी के दौरान ‘इन्फ्लूएंजा और कोविड’ दोनों से संक्रमित थे। डब्ल्यूएचओ की मारिया वान केरखोव ने पिछले महीने ट्वीट किया था, “कृपया डेल्टाक्रॉन जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करें।” उन्होंने कहा था कि “ये शब्द वेरिएंट के संयोजन का संकेत देते हैं और ऐसा नहीं हो रहा है।