वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने उत्तर कोरिया पर दबाव बनाते हुए आज उसे चेताया कि अगर उसने परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल अभियान को खत्म नहीं किया तो उसे नष्ट कर दिया जाएगा। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के अधिकारियों द्वारा प्योंगयांग को काबू में करने के तरीके खोजने के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे। बैठक के इतर गुरुवार को जापान और दक्षिण कोरिया के अपने समकक्षों से मिलेंगे।
संयुक्त राष्ट्र में वाशिंगटन की राजदूत निक्की हैले ने न्यूयार्क में आगामी बैठक से पहले दबाव बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि अगर उत्तर कोरिया अमेरिका या उसके सहयोगी देशों के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है तो ‘‘उत्तर कोरिया को नष्ट कर दिया जाएगा।’’
उत्तर कोरिया ने 29 अगस्त को मध्यम दूरी वाली ह्वासोंग-12 मिसाइल का परीक्षण किया था। यह मिसाइल जापान के मुख्य द्वीपसमूहों के ऊपर से होकर गुजरी थी। इसके बाद उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध और कड़े कर दिए गए थे। इसके बावजूद उत्तर कोरिया के रूख में किसी तरह की नरमी नहीं आई है। उसने आगे भी अपने मिसाइल कार्यक्रम को जारी रखने की बात कही है।
ट्रंप ने उड़ाया किम जोंग उन का मजाक
I spoke with President Moon of South Korea last night. Asked him how Rocket Man is doing. Long gas lines forming in North Korea. Too bad!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) September 17, 2017
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन को ‘रॉकेट मैन’ कहते हुए उनका मखौल उड़ाया है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद उत्तर कोरिया के लोगों द्वारा ईंधन लेने के लिए लगने वाली लंबी कतारों को लेकर भी व्यंग्य किया. ट्रंप ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ”मैंने बीती रात दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून से बात की. मैंने उनसे पूछा कि रॉकेट मैन कैसा है. उत्तर कोरिया में गैस लेने के लिए बड़ी-बड़ी कतारें लग रही हैं. बहुत बुरा है.”
इससे पहले उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा था कि सैन्य ताकत के लिहाज से वह लगभग अमेरिका के बराबर पहुंच गया है और वह उत्तर कोरिया को आंख दिखाने की कोशिश ना करे।किम ने कहा कि व्यापक अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद भी परमाणु हथियारों का निर्माण लगभग पूरा कर चुका है। उन्होंने सभी सरकारी एजेंसियों से कहा कि वह इस लक्ष्य को हासिल करने के प्रयास करें और अमेरिका पर जवाबी हमला करने के लिए एक ऐसी परमाणु क्षमता का निर्माण करें जिससे वह कभी उबर न पाए।