सोल : उत्तर कोरिया ने आज मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल के ‘सफल’ प्रक्षेपण की पुष्टि की है। प्योंगयांग के सरकारी मीडिया ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि हथियार अब सैन्य कार्रवाई के लिए तैयार हैं। सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने कल मिसाइल प्रक्षेपण का निरीक्षण किया। इससे अंतरराष्ट्रीय निंदा और तेज हो गई है और संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को और कड़ा करने का खतरा भी बढ़ गया है।
पुकज्ञुकसोंग-2 नामक मिसाइल का किया प्रक्षेपण
‘केसीएनए’ ने अनुसार पुकज्ञुकसोंग-2 नामक मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया, जो प्योंगयांग पनडुब्बी-प्रक्षेपित हथियार की तरह की जमीन से मार करने में सक्षम एक मिसाइल है। ठोस ईंधन का इस्तेमाल कर इससे तुरंत गोलीबारी की जा सकती है। ‘केसीएनए’ ने किम के हवाले से कहा, ”यह कहते हुए काफी गर्व हो रहा है कि मिसाइल की आक्रमण करने की क्षमता काफी सटीक है और पुकज्ञुकसोंग-2 एक सफल सामरिक हथियार है।” उन्होंने (किम जोंग उन) इस हथियार को तैनात करने की अनुमति दे दी है।
किम ने उत्तर कोरिया सेना का हवाला देते हुए कहा, ”इस तरह की मिसाइल का तेजी से बड़े स्तर पर सिलसिलेवार तरीके से निर्माण किया जाना चाहिए ताकि केपीए स्ट्रेटेजिक फॉर्स को और प्रबल किया जा सके।” दक्षिण सशस्त्र बलों के अनुसार मिसाइल को दक्षिण प्योंगान प्रांत के पुकचांग से दागा गया था जो 500 मीटर की दूरी तय कर जापान सागर में गिरी, जिसे वाशिंगटन ने मध्यम दूरी वाली मिसाइल करार दिया है। केसीएनए ने कहा, ”सैन्य इकाइयों में उसकी तैननाती से पहले, प्रक्षेपण का लक्ष्य हथियार प्रणाली के तकनीकि सूचकांक को अंतत: परखना और विभिन्न युद्ध परिस्थितियों में उसकी अनुकूलन क्षमता की अच्छी तरह जांच करना था।” केसीएनए ने कहा कि प्रक्षेपण के नतीजे ”उत्तम” थे।
यूएस, द.कोरिया और जापान ने प्रक्षेपण की कड़ी निंदा
अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने प्रक्षेपण की कड़ी निंदा की है और संयुक्त रूप से इस मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बैठक बुलाने की अपील की है। उत्तर कोरिया के हवासोंग-12 मध्यम दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाइल दागने के एक सप्ताह बाद ही यह प्रक्षेपण किया गया है। प्योंगयांग के अनुसार हवासोंग ने करीब 800 किमी की दूरी तय की और वह ‘भारी’ परमाणु बम ले जाने में सक्षम है। विश्लेषकों ने कहा कि हवासोंग ने उत्तर कोरिया द्वारा पूर्व में प्रक्षेपित की गई किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल से अधिक दूरी तय की थी।