उत्तर कोरिया ने ट्रंप से ठप पड़ी परमाणु कूटनीति बहाल करने का किया अनुरोध - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

उत्तर कोरिया ने ट्रंप से ठप पड़ी परमाणु कूटनीति बहाल करने का किया अनुरोध

उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को कहा कि वह चाहता है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ठप पड़ी परमाणु कूटनीति के लिए नए रास्ते खोलने की खातिर “विवेकी विकल्प देखें और साहसपूर्ण निर्णय लें।”

उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को कहा कि वह चाहता है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ठप पड़ी परमाणु कूटनीति के लिए नए रास्ते खोलने की खातिर “विवेकी विकल्प देखें और साहसपूर्ण निर्णय लें।” वार्ता की संभावित बहाली से पहले उत्तर कोरिया ने यह कहकर अमेरिका पर दबाव बढ़ा दिया है। 
विदेश मंत्री के सलाहकार किम के ग्वान के इस बयान से कुछ दिन पहले ही ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ उनकी एक और मुलाकात जल्द ही हो सकती है। ग्वान ने कहा कि उन्हें इसमें संदेह है कि एक और सम्मेलन में कोई सफलता हाथ लगेगी, इसकी वजह उन्होंने वॉशिंगटन में चल रही चर्चाओं को बताया। 
उनके मुताबिक वॉशिंगटन में यह सोच चल रही है कि बड़ी छूट प्राप्त करने के लिए उत्तर कोरिया को हथियारों को खत्म करना होगा, इसके अलावा वहां यह भी माना जा रहा है कि अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से ही उत्तर कोरिया वार्ता के लिए तैयार हुआ है। 

कश्मीर में प्रतिबंधों में ‘तेजी’ से दी जाए छूट : अमेरिका

उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले वर्ष सिंगापुर में किम और ट्रंप के बीच पहले सम्मेलन के बाद संयुक्त वक्तव्य दिया गया था कि उसके क्रियान्वयन के लिए अमेरिका कदम नहीं उठा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने साझा विश्वास कायम करने और सिंगापुर वक्तव्य को लागू करने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं। उन्होंने इसके लिए तीन अमेरिकियों को स्वदेश भेजना और अमेरिकी युद्ध के अवशेषों को लौटाने जैसे उदाहरण दिए। 
ग्वान ने कहा, “मैं समझता हूं कि राष्ट्रपति ट्रंप राजनीतिक समझ और फैसले लेने के मामले में पहले के अन्य राष्ट्रपति के मुकाबले अलग हैं, डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया के प्रति उनका रवैया देखकर ऐसा कहा जा सकता है। इसलिए मुझे राष्ट्रपति ट्रंप के विवेकी विकल्प और बड़े फैसले से काफी उम्मीद है।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

19 − one =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।