पाकिस्तान और चीन के मध्य गहरी दोस्ती किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में दोनों देशों ने एक बार फिर आपसी रिश्तों को मजबूत करने के लिए कदम उठाया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने दोनों देशों की गहरी दोस्ती को और मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा की। पाकिस्तान के विदेश विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कुरैशी और वांग ने द्विपक्षीय संबंधों में तेजी लाने की प्रतिबद्धता दोहराई
उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने पाक-चीन के बीच विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के लिए सोमवार को इस्लामाबाद में पांच समझौतों पर दस्तखत भी किए। इस दौरान चीन के स्टेट काउंसलर भी वहां मौजूद थे। विभाग की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, कुरैशी और वांग ने द्विपक्षीय संबंधों की मौजूदा गति को बनाए रखने और उसमें तेजी लाने की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। बयान में बताया गया है कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग के अलावा कोविड-19 महामारी, यूक्रेन के मौजूदा हालात तथा आपसी हितों के क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान भी किया।
कुरैशी और वांग ने बैठक के बाद पांच समझौतों पर दस्तखत किए
इसमें कहा गया है, “दोनों देशों की गहरी दोस्ती को और मजबूत बनाने के तरीकों पर भी चर्चा हुई।” बयान के अनुसार, कुरैशी और वांग ने बैठक के बाद पांच समझौतों पर दस्तखत किए। इसमें बताया गया है कि ‘उच्च शिक्षा से जुड़े प्रमाणपत्रों और डिग्रियों को पारस्परिक मान्यता देने’ से संबंधित पहला समझौता चीन के शिक्षा मंत्रालय और पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग के बीच हुआ। बयान के मुताबिक, ‘भू विज्ञान पर चीन-पाक संयुक्त अनुसंधान केंद्र की स्थापना से जुड़ी परियोजना’ को लेकर चीन अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी और पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्रालय के बीच एक सहमति पत्र (एमओयू) पर भी दस्तखत हुए।
अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना जारी रहेगा
कृषि उपकरण और सामग्री, संयुक्त कृषि प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला उपकरण एवं सामग्री तथा कृषि प्रदर्शन स्टेशन के उपकरण अथवा सामग्री को लेकर भी तीन अलग-अलग विनिमय पत्रों (एलओई) पर हस्ताक्षर किए गए। कुरैशी ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों को अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने तथा वहां जारी मानवीय संकट को हल करने के लिए द्विपक्षीय सहयोग जारी रखना चाहिए।