जम्मू-कश्मीर से 370 हटाकर राज्य से स्पेशल स्टेटस छीनने के बाद बौखलाए पाक प्रधानमंत्री इमरान खान भारत को घेरने के लिए लगातार फैसले लेते जा रहे हैं। अब उन्होंने कहा है कि वह भारत के साथ बातचीत नहीं करना चाहते।
इमरान खान ने बुधवार को कहा कि, उनसे (भारतीय अधिकारियों) से बात करने का कोई मतलब ही नहीं है। मेरा मतलब है, मैंने हर मुमकिन कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि आज जब मैं पलटकर देखता हूं तो लगता है कि शांति और बातचीत के मेरे सभी प्रयासों को उन्होंने तुष्टिकरण के तौर पर लिया है। हम इससे ज्यादा कुछ कर नहीं सकते।
भारत द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेलीफोन पर बातचीत के एक दिन बाद खान ने इस्लामाबाद स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में यह बात कही। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने भारत की ओर से जम्मू एवं कश्मीर में अनुच्छेद-370 हटाने से पहले और इसके बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की कोशिशें की, मगर वह असफल रही। उन्होंने संवाद के अपने प्रयासों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगातार खारिज करने की बात कही।
भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर को लेकर बढ़े तनाव के बारे में बोलते हुए इमरान खान ने कहा कि, जब दो परमाणु संपन्न देश आंखों में आंखें डालकर खड़े हों, तो इन हालात में कुछ भी हो सकता है। यह दुनिया के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।
खान की टिप्पणी पर नई दिल्ली में भारत सरकार की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है। लेकिन, अमेरिका में भारतीय राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने इस आलोचना को खारिज कर दिया।
श्रृंगला ने कहा कि, हमारा अनुभव रहा है कि हर बार जब हमने शांति की दिशा में पहल की है, तो यह हमारे लिए बहुत बुरा साबित हुआ है। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ विश्वसनीय और बिना बदलने वाली कारगर कार्रवाई करेगा।
राजदूत ने यह भी कहा कि कश्मीर में अब चीजें सामान्य हो रही हैं। उन्होंने कहा, राज्य में स्थिति के आधार पर प्रतिबंधों को कम किया जा रहा है। सार्वजनिक उपयोगिता वाली सेवाएं, बैंक और अस्पताल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं।
बता दें कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर चीन को छोड़कर संयुक्त राष्ट्र या किसी भी अन्य देश का समर्थन हासिल करने में कामयाब नहीं हो पाया है, जिससे वह बौखलाया हुआ है। इस्लामाबाद ने हाल ही में कहा है कि वह इस मुद्दे को अब अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में लेकर जाएगा।