पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के मौके पर भारत से आने वाले सिख श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए करतारपुर तैयार है। इमरान ने एक साथ कई ट्वीट्स में करतारपुर आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान की तरफ की तस्वीरें साझा करते हुए कहा, “गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती के समारोह के लिए रिकॉर्ड समय में तैयारी करने के लिए मैं अपनी सरकार को बधाई देता हूं।”
उन्होंने कहा,”करतारपुर सिख श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार है।” खान ने शुक्रवार को पहचान के लिए पासपोर्ट लाने और 10 दिन पहले पंजीकरण कराने से छूट देने की घोषणा की थी। खान ने कॉरीडोर के उद्घाटन और गुरु नानक देव की जयंती के मौकों पर भारत से आने वाले सिख श्रद्धालुओं को 20 डॉलर के शुल्क से भी राहत दी थी।
Kartarpur ready to welcome Sikh pilgrims. pic.twitter.com/P0uEQgWyMs
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) November 3, 2019
इमरान खान ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “भारत से करतारपुर आने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए मैंने दो शर्ते हटा दी हैं। इसके तहत अब उन्हें पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, बल्कि सिर्फ एक वैध पहचान पत्र दिखाने की जरूरत होगी। उन्हें अब 10 दिन पहले से पंजीकरण भी नहीं कराना होगा।”
उन्होंने कहा, “उद्घाटन समारोह पर आने वाले और गुरू जी (सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी) की 550वीं जयंती पर आने वाले श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।” कॉरीडोर का उद्घाटन नौ नवंबर को होगा। गुरुद्वारा दरबार साहिब के नाम से प्रसिद्ध करतारपुर साहिब गुरुद्वारा सिख धर्म में विशेष मान्यता रखता है जहां गुरु नानक देव जी ने 18 वर्ष गुजारे थे और यहीं उन्होंने निर्वाण प्राप्त किया था।