लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

युद्धग्रस्त अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान ने जताई हमदर्दी, कहा- अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संपर्क में रहना चाहिए

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान के संपर्क में रहना चाहिए।

अफगानिस्तान के ताजा हालात अब पूरी दुनिया के सामने आ गए है और सब तालिबान के क्रूर आतंक से वाकिफ हो गए है। अफगानिस्तान सरकार ने तालिबान के आगे अपनी हार मानकर तालिबान को अफगान की कमान सौप दी। तो वहीं, दूसरी तरफ, अफगानिस्तान के लोगों में डर का ऐसा माहौल बना हुआ है, जो उन्हें हवाई जहाज पर चढ़ने के लिए आतुर कर रही है।
ऐसे हालात में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान के संपर्क में रहना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि युद्धग्रस्त पड़ोसी देश में राजनीतिक समाधान लाने के प्रयास में पाकिस्तान अपना सहयोग जारी रखेगा।
अमेरिका समर्थित अफगान सरकार के गिर जाने के बाद रविवार को तालिबान के आतंकवादियों ने काबुल पर कब्जा जमा लिया और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए। इससे अमेरिका एवं उसके सहयोगियों द्वारा युद्ध प्रभावित देश में सुधार लाने का दो दशक लंबा प्रयास भी खत्म हो गया।
अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति मुहम्मद यूनुस कानूनी के नेतृत्व में अफगान नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद कुरैशी ने ट्वीट किया, ‘‘पाकिस्तान का रूख स्पष्ट है – हमारा मानना है कि आगे के लिए एकमात्र राह वार्ता से राजनीतिक समाधान निकालना है। हम लगातार गृह युद्ध नहीं देखना चाहते और हम चाहते हैं कि अफगानिस्तान के लोग न केवल बचे रहें बल्कि उन्नति करें।’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि अफगानिस्तान के सभी नेता अपने देश के राष्ट्रीय हित में मिलकर काम करेंगे और पाकिस्तान अफगानिस्तान में सकारात्मक एवं सहयोगी की भूमिका निभाता रहेगा।
कुरैशी ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान के संपर्क में रहना चाहिए। यह आवश्यक है कि अपने अगले कदम हम समन्वय से उठाएं ताकि अफगानिस्तान और क्षेत्र को फायदा हो।’’ राष्ट्रपति गनी के अफगानिस्तान से भागने के दिन ही अफगान प्रतिनिधिमंडल रविवार को पाकिस्तान पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में 2001 में तालिबान के सत्ता से हटने के बाद विभिन्न सरकारों का हिस्सा रहे नेता शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

two × one =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।