पाकिस्तान में आतंकवाद को रोकने के लिए अब वहां की सरकार अपने देश में खुंखार आंतवादी संगठन टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) के साथ शांति समझौतो पर हस्ताक्षर करने जा रही है । सूत्रों ने कहा कि अफगानिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी खोस्त प्रांत में दोनों पक्षों के बीच लगभग दो सप्ताह से चल रही वार्ता के परिणामस्वरूप टीटीपी के कुछ आतंकवादियों की रिहाई पर समझौता हुआ। यह अस्थायी समझौता दोनों पक्षों के बीच विश्वास-बहाली के उपायों के हिस्से के रूप में हुआ। यह जानकारी समाचार पत्र ‘डॉन’ की रिपोर्ट से मिली है।
तालिबान करा रहा है मध्यस्थ्ता
समाचार पत्र ‘डॉन’ का मुताबिक एक अन्य सूत्र ने कहा कि अफगानिस्तान के तालिबान शासन के गृह मंत्री, सिराजुद्दीन हक्कानी, पाकिस्तान और टीटीपी के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभा रहे हैं और दोनों पक्षों को आमने-सामने बातचीत करने के लिए एक छत के नीचे ला रहे हैं। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पाकिस्तान की हिरासत में कितने आतंकवादियों को मुक्त होने दिया जाएगा। लेकिन सूत्रों ने कहा कि संख्या दो दर्जन से अधिक नहीं है।
दोनों पक्ष कर रहे हैं काम
अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पाकिस्तान की ओर से कौन ‘टीटीपी’ के साथ बातचीत कर रहा है। सूत्र ने कहा, वरिष्ठ अधिकारियों और वरिष्ठ ‘टीटीपी’ नेतृत्व के बीच सीधे बातचीत हो रही है। टीटीपी में बिना किसी अपवाद के सभी समूह शामिल हैं। मेज पर कई प्रस्ताव हैं और दोनों पक्ष एक व्यावहारिक समाधान निकालने के लिए काम कर रहे हैं।