पाकिस्तान के पेशावर की मस्जिद में हुए आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। यह हमला शुक्रवार को नमाज के दौरान हुआ था। इस हमले में कम से कम 56 लोगों की मौत हो गयी थी और 194 लोग घायल हो गए थे। इस्लामिक स्टेट से जुड़े इस्लामिक स्टेट खुरासान ने एक बयान जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली। इस बयान का अनुवाद एसआईटीई खुफिया समूह ने किया है। अमेरिका का गैर सरकारी संगठन एसआईटीई जेहादी संगठनों की आनलाइन गतिविधियों पर नजर रखता है।
अफगान के तौर पर हुई है आतंकी की पहचान
यह बयान आतंकवादी समूह की समाचार एजेंसी अमाक में प्रकाशित किया गया था। बयान में हमलावर की पहचान एक अफगान के तौर पर की गई है, उसकी तस्वीर भी प्रकाशित की गई है और कहा गया, शियाओं के धार्मिक स्थलों और केन्द्रों की रक्षा के लिए तालिबानी लड़ाकों और पाकिस्तानी पुलिस के अनेक उपायों के बावजूद इस्लामिक स्टेट के लड़ाके लगातार पाकिस्तान और अफगानिस्तान के शियाओं को निशाना बना रहे हैं। पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता आसिम खान ने कहा कि घायलों में से कई की हालत गंभीर है।
विस्फोट से पहले पुलिस पर चलाई गोलियां
पेशावर के पुलिस प्रमुख मोहम्मद एजाज खान ने कहा कि हमलावर ने पहले मस्जिद के बाहर पुलिस पर गोलियां चलाई, इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और दूसरा घायल हो गया। इसके बाद हमलावर मस्जिद में घुस गया और उसने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया।