पाकिस्तान में बाढ़ और बारिश की वजह से हालत बहुत ही ज्यादा खराब है, बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है।आसमानी आफत के कारण 1,350 लोग मारे जा चुके है।लाखों लोग घर से बेघर हो गए है, बच्चों की जान आफत में फंस गई है। दरअसल,आपको बता दें कि पाकिस्तान पहले ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, ऐसे में बारिश और बाढ़ के कहर से पाकिस्तान में आफत आ गई है।
विश्व राष्ट्र संगठन का कहना है कि यह बहुत ही ज्यादा चिंता की बात है।बाढ़ के बीच नवजात बच्चों की जान संकट में है और साथ ही गर्भवती महिलाओं के हेल्थ को लेकर टेंशन बढ़ती ही जा रही है। पाकिस्तान में WHO के प्रतिनिधि डॉ. पलिता गुणरत्ना महिपाल ने बताया कि बाढ़ के कारण देश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं, करीब 10 प्रतिशत स्वास्थ्य तहस - नहस हो गए हैं। सबसे बड़ी चिंता उन 12 लाख गर्भवती महिलाओं की है, जो इन दिनों बाढ़ की वजह से बनाए गए अस्थायी कैंपों में रह रही हैं।
पाकिस्तान में लोग शिविरों में रह रहे है , सहायता कर्मियों की ओर से मुहैया कराए गए राशन के सहारे जीवन जीने को मजबूर हैं, इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। सिर्फ एक ही इंतजार है कि किसी भी तरह बाढ़ का पानी काम हो और जल्द से जल्द अपने घरों की ओर वापस जाए। क्योंकि आसपास गंदगी की वजह से मच्छरों ने जीना मुश्किल कर दिया है। इस वजह से बुखार और फ्लू के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं। लोगों की चिंताए बहुत बढ़ गई है।