भारत की अत्याधुनिक ड्रोन तकनीक से पाकिस्तान घबरा गया है। उसने इसे लेकर गहरी चिंता जताई है। गुरुवार को साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान पाक विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल से जब भारत के रुस्तम-2 को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर गहरी चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों व जिम्मेदार देश के व्यवहार के अन्य स्थापित नियमों के अनुरूप होना चाहिए।
गौरतलब है कि रुस्तम-2 को अमेरिकी प्रिडेटर ड्रोन की तर्ज पर निगरानी के उद्देश्य से विकसित किया गया है। खास बात यह है कि कॉम्बैट ऑपरेशंस में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। ये ड्रोन सशस्त्र बलों के लिए निगरानी एवं रेकी की भूमिकाओं को निभा सकता है। रुस्तम-2 ड्रोन एक मानवरहित विमान है जो 21 मीटर लंबा हैं। इसका वजन 1.8 टन है, वहीं इसकी स्पीड 225 kmph है। ये 350 किलो वजन के हथियारों के साथ एक बार में 24 घंटे तक उड़ान भर सकता है।
इस ड्रोन में सिंथेटिक अपर्चर रडार, मेरीटाइम पेट्रोल रडार और टक्कर रोधी प्रणाली लगाई गई है, जो इसे ओर भी खास बनाती है। रुस्तम-2 ड्रोन के बारे में डीआरडीओ ने बयान जारी करके कहा कि डीआरडीओ ने चित्रदुर्ग के चलाकेरे में अपने एरोनॉटिकल परीक्षण रेंज (एटीआर) में आज रुस्तम-2 का सफल परीक्षण किया।
बता दें कि हाल ही में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने रुस्तम-2 ड्रोन का सफल परीक्षण किया था।
सफल परीक्षण के सभी मानक ”सामान्य” रहे. रुस्तम-2 अलग-अलग तरह के पेलोड साथ ले जाने में सक्षम है।’ बता दें, इस ड्रोन का नाम पूर्व साइंटिस्ट रुस्तम दमानिया के नाम पर रखा गया है। उनकी रिसर्च 80 के दशक में एविएशन सेक्टर में काफी काम आई थी। साल 2001 में रुस्तम दमानिया की मृत्यु हो गई थी।
वही ,मोहम्मद फैसल ने ये भी कहा कि कलाकारों को प्रतिबंधित करने के बाद कई अन्य फैसले आए जिसमें ‘‘पाकिस्तानी श्रद्धालुओं को वीजा जारी नहीं करना, सिख धर्मावलंबियों एवं कटासराज जाने वाले श्रद्धालुओं को सम्मिलित होने की इजाजत नहीं देना तथा खेल मैचों को रद्द करना भारत में बढ़ती असहिष्णुता और व्याप्त पूर्वाग्रह को रेखांकित करते हैं। इस सवाल पर कि क्या पाकिस्तान और भारत के विदेश सचिवों के अफगानिस्तान में ‘काबुल प्रोसेस’ से इतर मुलाकात करने की संभावना है, उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी बैठक की परिकल्पना नहीं की गई है। भारतीय मीडिया में आयी उस खबर के बारे में पूछे जाने पर कि आने वाले दिनों में भारत के विदेश सचिव पाकिस्तान की यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसी किसी यात्रा की जानकारी नहीं है।
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