अफगानिस्तान में आतंकी संगठन तालिबान का प्रभाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शर्मनाक बयान देते हुए तालिबानी आतंकियों को आम नागरिक बताया है। इससे पहले उन्होंने एक बयान देते हुए कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में घुसकर सब गड़बड़ कर दिया।
इमरान खान ने बताया कि पाकिस्तान में तीन मिलियन अफगानी रिफ्यूजी रहते हैं, जिसमें पश्तूनी लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि अगर युद्ध ऐसे ही चलता रहा तो अफगानिस्तान से और रिफ्यूजी पाकिस्तान आएंगे। तालिबानी सेना मजबूत है, वो सामान्य नागरिक हैं। अगर इन शिविरों में कुछ सामान्य नागरिक रहते हैं तो कैसे पाकिस्तान इन लोगों को खोज कर उन्हें मार सकता है?
डॉन अखबार के अनुसार इमरान खान ने अमेरिकी खबरिया कार्यक्रम पीबीएस आवर में जूडी वुडरफ के साथ साक्षात्कार के दौरान कहा,‘‘मैं समझता कि अमेरिका ने वाकई वहां चीजें अस्त-व्यस्त कर दी है।’’ तालिबान के साथ हुए करार के तहत अमेरिका और उसके नाटो सहयोगी देश आतंकवादियों के इस वादे के बदले अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने पर सहमत हो गए कि वे चरमपंथी संगठनों को अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में अपनी गतिविधियां चलाने से रोकेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने घोषणा की कि अमेरिकी सैनिक 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से बुला लिए जाएंगे।
इमरान खान ने खुद बताया की उन्हें ‘तालिबान खान’ क्यों कहा जाता है, खुद ही खोल दी अपनी पोल
गौरतलब है कि 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में करीब तीन हजार लोगों की मौत हुई थी । अलकायदा के आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया था। तालिबान द्वारा अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को सौंपने से इनकार करने के बाद अक्टूबर, 2001 में अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया था। हालांकि, हाल ही में राष्ट्रपति जो बाइडेन के एलान के बाद अमेरिकी सेना धीरे-धीरे अफगानिस्तान से लौटने लगी है।