इजरायल में पिछले शनिवार को कुछ ऐसा हुआ कि वहां के लोगों की नींद उड़ गई है। असल में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर अचानक हमला कर दिया जिससे सबका दिल दहल गया है। इस हमले में इजरायल के लगभग 1000 लोग मारे गए। इसलिए इजरायल ने भी देर नहीं की और गाजा पर हमले शुरू कर दिए। नफरत फैलाने वाले लोगों को देखकर गुस्सा आ रहा है, लेकिन कई दर्दनाक तस्वीरें देख कर लोगों का दिल पसीज गया है।
लंदन के ब्रिगटन में कुछ ऐसी ही एक घटना सामने आई है। एक खबर के अनुसार कल ब्रिगटन में फिलिस्तीन समर्थकों के विरोध प्रदर्शन में एक महिला ने इजराइल के खिलाफ बयानबाज़ी में सारी हदें पार कर दी है। इस महिला के द्वारा हमास के हैवानियत भरे आतंकवादी हमलों को 'इंस्पाइरिंग' और 'खूबसूरत' बताया गया है। नॉर्थ स्ट्रीट में क्लॉक टॉवर पर एक दिन पहले यहूदी राज्य पर हमास के बड़े हमले के बाद फिलिस्तीन एकजुटता अभियान के प्रदर्शनकारी जमा हुए थे। @heidibachram ट्विटर अकाउंट से महिला का वीडियो पोस्ट किया गया है।
ये महिला खुद को फिलिस्तीनी बताती है और महिला ने लाउडस्पीकर में भीड़ से कहा, "कल एक जीत थी।" इज़राइल के अमानवीय नरसंहार के तहत 15 साल की नाकाबंदी को सफलतापूर्वक तोड़ना बहुत 'इंस्पाइरिंग' और 'खूबसूरत' था।
महिला ने इसके बाद कहा, "यह दुनिया को दिखाता है कि हम हमेशा लड़ेंगे और विरोध करेंगे और हमें इसका जश्न भी मनाने की जरूरत है क्योंकि यह एक सफलता है।" फ़िलिस्तीनियों द्वारा शुरू की गई क्रांतिकारी हिंसा आत्मरक्षा है, ना की आतंकवाद। फिलिस्तीनी समर्थकों ने महिला की इस हेट भाषण पर जमकर तालियां बजाईं।
तालियों की गड़गड़ाहट से उनके शब्दों के लिए तारीफ़ के पुल बांधे गए। इसके अलावा भी ब्रिटेन के कुछ हिस्सों में हमास आतंकवादियों का समर्थन दिखाई देता है। आज सुबह, लंदन के सबसे बड़े यहूदी समुदाय के निवास गोल्डर्स ग्रीन में भी पुलों पर 'फ्री फ़िलिस्तीन' लिखा हुआ दिखाई दिया है।
हमास के हमले पर उत्सव की और भी अधिक तस्वीरें देखी गई हैं। यहूदी काउंटडाउन प्रिजेंटर राचेल रिले ने हाल में अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें कई लोगों को पश्चिम लंदन के एक्टन में एक कैफे के बाहर हमास के अत्याचार का जश्न मनाते हुए दिखाया गया। उन्होंने ट्वीट किया, "लंदन में लोग नाच रहे हैं और लोगों की बेरहमी से हत्या और अपहरण कर लिया गया है"।