पनामा पेपर घोटाले में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो द्वारा अपने खिलाफ दायर भ्रष्टाचार के मुकदमों का सामना करने के लिये पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ आज यहां जवाबदेही अदालत के समक्ष पेश हुये। विदेश से कल ही पाकिस्तान लौटे शरीफ आज सुबह न्यायिक परिसर स्थित अदालत में पहुंचे। संक्षिप्त सुनवाई के दौरान 67 वर्षीय शरीफ ने न्यायाधीश मुहम्मद बशीर को सूचित किया कि उनकी पत्नी की तबियत ठीक नहीं थी और उन्हें उनकी देखभाल करने की जरूरत है। इसके बाद उन्हें जाने की इजाजत दे दी गयी।
यह पेशी महज एक औपचारिकता थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आरोपी मुकदमे का सामना करने के लिये तैयार है। शरीफ करीब 10 मिनट तक अदालत में रहे। शरीफ के साथ उनके वकील ख्वाजा हारिस भी मौजूद थे जो भ्रष्टाचार के मामलों में वकील के तौर पर उनका प्रतिनिधित्व करेंगे। मामले में सुनवाई की अगली तारीख अभी तय नहीं की गयी है। शरीफ परिवार के खिलाफ इस्लामाबाद में जवाबदेही अदालत में भ्रष्टाचार के मामलों में सुनवाई चल रही है।
अदालत ने पिछले हफ्ते शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद कैप्टन (सेवानिवृथ) सफदर को 26 सितंबर को उसके समक्ष पेश होने के लिये कहा था। शरीफ परिवार मामले में सुनवाई की अवहेलना करते हुये 19 सितंबर को अदालत में सुनवाई के लिये पेश नहीं हुआ था। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं, वकीलों, सांसदों और कुछ मंत्रियों समेत शरीफ के सैकड़ों समर्थक अदालत परिसर में मौजूद थे।
न्यायिक परिसर के आसपास सुरक्षा के भारी इंतजाम किये गये थे। इससे पहले शरीफ इस्लामाबाद से सुबह करीब साढ़े आठ बजे पंजाब हाउस से अदालत में पेशी के लिये रवाना हुये थे। उन्हें अदालत पहुंचने में 15 मिनट का वक्त लगा। शरीफ के काफिले में 35 से ज्यादा गाड़ियां थी। अदालत में संक्षिप्त पेशी के बाद शरीफ का काफिला वापस सुरक्षित पंजाब हाउस पहुंच गया। पीएमएल-एन के सूत्रों के मुताबिक, शरीफ के सहयोगियों के साथ कुछ महत्वपूर्ण बैठकें करने और शाम को मीडिया को संबोधित करने की उम्मीद है। शरीफ 31 अगस्त से ही लंदन में थे जहां उनकी पत्नी कुलसूम गले के कैंसर का इलाज करा रही हैं।
शरीफ ने लंदन में अपने छोटे भाई तथा पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करने के बाद वापस लौटने का फैसला किया। पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने बेईमानी के आरोप में 28 जुलाई को शरीफ को प्रधानमंत्री पद के अयोग्य करार दिया था और उनके तथा उनके बच्चों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने को कहा था। इस फैसले के बाद शरीफ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
एनएबी ने शरीफ, उनके बेटों- हसन और हुसैन, बेटी मरियम, दामाद सफदर और विथ मंत्री इशाक डार के खिलाफ इस्लामाबाद और रावलपिंडी की जवाबदेही अदालत में हाल ही में तीन मामले दर्ज कराये थे। ब्यूरो ने शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों में अदालत में पेश होने के लिये दबाव डालने के उद्देश्य से पिछले हफ्ते उनके बैंक खातों में लेन-देन पर रोक लगा दी थी। शरीफ परिवार ने आरोप लगाया कि ये मामले राजनीति से प्रेरित हैं। उनका बाकी परिवार अब भी लंदन में है।