इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उसके दोनों बेटों हुसैन नवाज तथा हसन नवाज से पनामा पेपर्स लीक मामले की जांच कर रही संयुक्त जांच दल (Joint Investigation Team) ने आज पूछताछ के लिए प्रश्नावली भेजी है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन ने सूत्रों के कहा कि JIT की अध्यक्षता कर रहे संघीय जांच एजेंसी ( Federal Investigation Agency ) के अतिरिक्त महानिदेशक वाजिद जिया ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके बेटों के बयान दर्ज करने के लिए एक पत्र भी लिखा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मंत्रिमंडल के एक मंत्री तारिक फजल चौधरी ने कल दावा किया था कि JIT की ओर से नवाज शरीफ के पास सवालों की कोई सूची नहीं मिली है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बयान दर्ज करने के मामले में भी कोई पत्र नहीं मिला है लेकिन इस तरह की कोई जानकारी सामने आती है तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पूरी तरह से सहयोग करेंगे।
विशेष यह है कि पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने पनामा पेपर्स लीक मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ तथा उनके परिवार के सदस्यों की भ्रष्टाचार में फंसाने के लिए जांच JIT का गठन किया था।
क्या है पनामा पेपर्स मामला
पनामा पेपर्स मामला ने इंटरनेशनल मंच पर इसने तहलका मचा रखा है । इस मामले में पनामा पेपर्स के नाम से लीक हुए Documents में जो नाम आये है, उससे हगंमा मच गया है। इन दस्तावेजों में लगभग 500 भारतीयों के नाम भी है, जिसमें राजनीतिक हस्तियों से लेकर फिल्मी सितारे और खिलाड़ियों का भी अपराधिक चिट्ठा शामिल है।
पनामा एक देश है जो मध्य अमेरिका में स्थिति है जहां मोजैक फोंसेका नामक एक फर्म है जिसका काम के धन को सफेद करना है । गौरतलब है कि इस पनामा पेपर्स के पीछे कई पत्रकारों की अंतर्राष्ट्रीय संघ की टीम काम कर रही थी। पनामा पेपर्स इस तरह से काम करने वाला अपने आप में दुनिया का एक बड़ा संगठन है। इस खुलासे के पीछे पिछले एक वर्ष से करीब 80 देशों के 100 से अधिक मीडिया संगठनों के 400 पत्रकारों ने दस्तावेजों का गहन शोध किया है।