अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के मौके पर पेरिस में एक पारंपरिक जुलूस के दौरान संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने व दंगा पुलिस के साथ संघर्ष करने को लेकर करीब 200 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार,
पेरिस पुलिस प्रमुख मिशेल डेलप्यूएच ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘हमने बफन मार्ग पर एकत्र 200 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।’ उन्होंने कहा कि इसमें से 94 लोग कानूनी प्रक्रियाओं का सामना करेंगे। गिरफ्तार किए गए लोग धुर वामपंथी अराजकतावादी समूह ब्लैक ब्लॉक्स के सदस्य हैं।
अधिकारी के अनुसार, सात अन्य को हिरासत में लिया गया है। इनमें से तीन पर पुलिस अधिकारियों पर गोला फेंकने और अन्य पर प्रतिबंधित हथियार ले जाने का संदेह है। टीवी फुटेज में मास्क लगाए कुछ व्यक्ति वाहनों को आग लगाते व मैकडॉनाल्ड रेस्तरां में ज्वलनशील वस्तुएं फेंकते नजर आ रहे हैं।
फुटेज में रेस्तरां की खिड़कियां पूरी तरह से टूटी नजर आ रही हैं। लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को पानी की बौछारों व आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। अधिकारी के अनुसार, मंगलवार को 14,500 तथाकथित कट्टरपंथियों की रैली में हूड पहने व मास्क लगाए करीब 1,200 प्रदर्शनकारी जमा हुए थे।
यह रैली श्रमिक संघों के जुलूस से अलग थी, जिसमें 20,000 लोग एकत्र हुए थे। अधिकारी ने कहा कि ये लोग मई दिवस के मौके पर अराजकता फैलाने के मकसद से एकत्रित हुए थे।
फ्रांस के अन्य शहरों में अन्य मई दिवस रैलियां शांतिपूर्ण ढंग से निकाली गईं, जिनमें 143,500 से 2,10,000 कामगार और छात्र राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के सुधार अभियान के विरोध में सड़कों पर उतरे।
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