आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की हालात दिन पर दिन और भी ज्यादा खस्ता होती जा रही है। बता दे कि अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से पाकिस्तान को वित्तीय सहायता नहीं मिल पाई है। वहीं बेलआउट पैकेज पाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने वहां की जनता की महँगाई से कमर तोड़ दी है। पाक सरकार के आंकड़ो के मुताबिक महँगाई दर 35.37 फीसदी तक पहुंच गई है। यह मार्च में अब तक की सबसे ज्यादा मुद्रास्फीति दर है, रमज़ान के महीने में महंगाई के कारण खाने पीने के दाम आसमान छू रहे है। पीबीएस की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक शहरी इलाकों में महंगाई 32.97 फीसदी और 38.88 फीसदी हो गई है. वहीं एसपीआई की ओर से पिछले हफ्ते मापी गई मुद्रास्फीति की दर रिकॉर्ड 46.65 फीसदी हो गई है, जबकि मासिक मुद्रास्फीति फरवरी में 31.6 फीसदी पहुंच गई थी जो 6 दशकों में सबसे ज्यादा थी।
पाक में मंहगाई की मार से जनता परेशान
बता दें कि पाकिस्तान की आवाम आटा और फल सब्जियों के लिए भी मोहताज हो रही है क्योंकि वहां आटे की किल्लत इतनी ज्यादा हो गई है, कि पाक में 20 किलो के आटे के पैकेट की कीमत 2800 रुपए के करीब पहुंच गई है। मुफ्त आटा लेने के लिए लोग एक दूसरे से हाथापाई करने पर उतारु हो गए है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नींबू 800 रुपये किलो बिक है। पाक लोगों का रमजान में रोजा रखना तक मुश्किल हो रहा है। ऐसे में पाकिस्तान के सहयोगी देशो ने भी मदद करने से हाथ पीछे कर लिए है, पाक के ऊपर पहले से ही चीन का इतना कर्ज बकाया है कि उससे चीन से और ऋण मिलना मुश्किल है।