केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया को 2030 तक द्विपक्षीय कारोबार बढ़ाकर 100 अरब डॉलर का करने के लिए प्रयास करने चाहिए। अभी दोनों देशों के बीच 27.5 डॉलर का द्विपक्षीय कारोबार होता है। ऑस्ट्रेलिया के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे गोयल ने कहा कि, दोनों देश शिक्षा क्षेत्र में और अधिक सहयोग के लिए समझौता करने की दिशा में बढ़ रहे हैं। इससे पहले, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दो अप्रैल को आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (ईसीटीए) पर हस्ताक्षर हुए थे।
दोनों देश इन क्षेत्रों में बढ़ा सकते हैं सहयोग
पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा, मेरा सुझाव है कि हमारे प्रतिनिधियों को क्षेत्रवार तरीके से विचार करना चाहिए कि इस संबंध को किस तरह बढ़ाया जा सकता है। हमें और महत्वाकांक्षी होना चाहिए और 2030 तक द्विपक्षीय कारोबार बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक करने के प्रयास करने चाहिए। उद्योग मंत्री ने कहा कि दोनों देश शिक्षा, अनुसंधान, स्टार्टअप और कृषि प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा सकते हैं।
दोनों देश इन क्षेत्रों में बढ़ा सकते हैं सहयोग
पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा, मेरा सुझाव है कि हमारे प्रतिनिधियों को क्षेत्रवार तरीके से विचार करना चाहिए कि इस संबंध को किस तरह बढ़ाया जा सकता है। हमें और महत्वाकांक्षी होना चाहिए और 2030 तक द्विपक्षीय कारोबार बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक करने के प्रयास करने चाहिए। उद्योग मंत्री ने कहा कि दोनों देश शिक्षा, अनुसंधान, स्टार्टअप और कृषि प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा सकते हैं।
हमारे पास बड़ा बाजार है और लोग बेहतर गुणवत्ता का जीवन चाहते हैं
गोयल ने अवसंरचना जैसे क्षेत्रों में ऑस्ट्रेलिया से निवेश आकर्षित करने पर जोर देते हुए कहा, हमारे पास बड़ा बाजार है और लोग बेहतर गुणवत्ता का जीवन चाहते हैं जो भारत और दुनियाभर के लोगों को एक बड़ा अवसर है। उन्होंने हवाई और पोत कनेक्टिविटी को मजबूत करने पर भी जोर दिया। इस अवसर पर ऑस्ट्रेलिया के व्यापार, पर्यटन एवं निवेश मंत्री डैन टेहन ने कहा कि, यह एक व्यापक व्यापार समझौता है।