पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ईरान और सऊदी अरब के बीच तनाव कम करने में मदद के लिए रविवार को एक दिन की यात्रा के लिए तेहरान रवाना हुए। सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन की तरफ से 2015 में यमन पर हमले शुरू करने और 2016 में एक प्रमुख शिया धार्मिक नेता की हत्या के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा है।
ईरान और सऊदी अरब उस वक्त युद्ध की कगार पर पहुंच गए थे जब ईरान ने खाड़ी देश के तेल संयंत्रों पर 14 सितंबर को हमला कर दिया था। सऊदी अरब और उसके सहयोगियों ने हमले के लिए ईरान को दोष दिया था। वहीं 11 अक्टूबर को ईरान के स्वामित्व वाले एक तेल टैंकर पर सऊदी अरब तट के पास लाल सागर में हमला हुआ था।
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विदेश मंत्रालय ने कहा, “क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा को बढ़ावा देने की अपनी पहल के तहत प्रधानमंत्री इमरान खान 13 अक्टूबर को ईरान के दौरे पर जाएंगे।” मंत्रालय ने बताया कि इस दौरे में प्रधानमंत्री खान सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमनेई और राष्ट्रपति हासन रूहानी समेत ईरान के कई नेताओं से मुलाकात करेंगे। इस दौरान खाड़ी में शांति एवं सुरक्षा से जुड़े मुद्दों के अलावा द्विपक्षीय मुद्दों और महत्त्वपूर्ण क्षेत्रीय घटनाओं पर भी चर्चा होगी।