ह्यूस्टन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम के लिए शनिवार को यहां पहुंचे और भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद रहेंगे और 50,000 से ज्यादा भारतीय-अमेरिकी शिरकत करेंगे।
ह्यूस्टन जाने के क्रम में मोदी का विमान दो घंटे के तकनीकी ठहराव के लिए फ्रैंकफर्ट में रूका था जहां जर्मनी में भारतीय दूत मुक्ता तोमर और महावाणिज्य दूत प्रतिभा पारकर ने उनकी अगवानी की । रविवार को यहां एनआरजी फुटबॉल स्टेडियम में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम का आयोजन होगा। पोप को छोड़कर, किसी निर्वाचित विदेशी नेता के अमेरिका दौरे पर लोगों का यह सबसे बड़ा जमावड़ा होगा ।
अमेरिका रवाना होने से पहले मोदी ने एक बयान में कहा था कि ह्यूस्टन के कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति की उपस्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा पहली बार होगा कि मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति भारतीय-अमेरिकी समुदाय के कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं । ह्यूस्टन में मोदी भारत-अमेरिका ऊर्जा भागीदारी को बढ़ावा देने के मकसद से अग्रणी अमेरिकी ऊर्जा कंपनियों के सीईओ के साथ संवाद भी करेंगे ।
प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे के दौरान तेल सौदे की उम्मीद
खाड़ी व मध्य पूर्व के देशों में राजनीतिक अनिश्चितता के कारण भारत अपनी तेल जरूरतों के लिए अमेरिका की तरफ देख रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान ओएनजीसी और इंडियन ऑयल जैसी पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस की सार्वजनिक कंपनियां कुछ सौदे कर सकती हैं।
मोदी अमेरिका में ऊर्जा क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात करने वाले हैं, इसलिए भारत की प्रमुख पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस कंपनियों द्वारा अमेरिकी तेल कंपनियों में हिस्सेदारी बनाने की संभावना है।
उद्योग से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘भारत की पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस कंपनियां सौदे का हिस्सा बन सकती हैं। इनमें सार्वजनिक क्षेत्र या निजी क्षेत्र की कंपनियां हो सकती हैं।’
प्रधानमंत्री 21 से लेकर 27 सितंबर तक अमेरिका में हैं, जहां वह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्ता होगी। अपने व्यस्त कार्यक्रमों के दौरान वह सीईओ के साथ एक गोलमेज बैठक भी करेंगे, जिसमें फॉर्च्यून 500 में शामिल कई कंपनियां होंगी।
सूत्रों ने बताया कि 16 अग्रणी कंपनियों के सीईओ प्रधानमंत्री के साथ ह्यूस्टन में शनिवार को होने वाली गोलमेज बैठक में हिस्सा लेंगे।
इनमें बेकर ह्यूजेस, बीपी, एमर्सन इलेक्ट्रिक कंपनी, आईएचएस मार्किट व अन्य कंपनियों के प्रमुख शामिल होंगे।
सऊदी अरामको के तेल संयंत्र पर हुए हालिया हमले के बाद भारत अपने आपूर्तिकर्ताओं का दायरा बढ़ाना चाहता है।