लोकसभा चुनावो में प्रचंड जीत के साथ दूसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी अपने पहले कार्यकाल की तरह ही इस कार्यकाल में भी अपने विदेशी सम्बन्धो को मजबूत करने के लिए जिसमे उनकी पहली प्राथमिकता पडोसी देश है।इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री अगस्त में दो दिन के अपने आधिकारिक दौरे पर भूटान जाएंगे।
आपको बता दे कि भूटान भारत का पुराना रणनीतिक सहयोगी रहा है और पिछले कुछ वर्षों के दौरान दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंध और मजबूत हुए हैं। इस यात्रा का असली उद्देश्य दोनों देशों के मध्य सहयोग को और ज्यादा बढ़ाने का होगा।
विदेश मंत्री पहले ही कर चुके है भूटान दौरा
बता दे कि मोदी सरकार में इस बार विदेश मंत्री बने एस जयशंकर, इससे पहले पिछले महीने अपने मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर भूटान गए थे। भारतीय विदेश मंत्री ने भूटान की अपनी दो दिवसीय यात्रा के समय भूटान के प्रधानमंत्री लोताय त्सेरिंग और साथ ही शीर्ष भूटानी नेतृत्व से भी मुलाकात की थी।
जानकारी के मुताबिक एस जयशंकर ने भूटान प्रधानमंत्री व बड़े नेताओ से जल विद्युत क्षेत्र में सहयोग पर जोर देने के साथ ही द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तौर तरीकों पर भी चर्चा की थी।आपको जानकारी के लिए बता दे कि 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने भूटान का पहला दौरा किया था।