प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को शाम साढ़े छह बजे संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 75 वें सत्र को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी पहले स्पीकर के रूप में जाने वाले हैं और एक पूर्व-रिकॉर्डेड वीडियो स्टेटमेंट के माध्यम से विधानसभा को संबोधित करेंगे। मोदी के इस संबोधन को न्यूयॉर्क में UNGA हॉल में प्रसारित किया जाएगा। कोरोना वायरस महामारी के कारण संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन ऑनलाइन किया जा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री का पहले से रिकॉर्ड किया जा चुका यह संबोधन न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में स्थानीय समयानुसार सुबह करीब नौ बजे होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्वाह्न में मोदी पहले वक्ता होंगे। सूत्रों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के जारी 75वें सत्र के दौरान भारत की प्राथमिकता आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक कार्रवाई को और मजबूत करने पर जोर देने की होगी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की जनरल डिबेट में 26 सितंबर को भारत के संबोधन से पहले सबकी नजर इस साल न्यूयॉर्क के विशाल मंच पर कोरोना काल के बीच वैश्विक नेताओं की मौजूदगी के बिना पहले से रिकॉर्ड किए गए 15 मिनट के भाषण पर होगी और उनके बोलने की कला चर्चा में रहेगी। यह ऐसे समय में हो रहा है जब पूरी दुनिया बेसब्री से कोविड-19 वैक्सीन का इंतजार कर रही है।
दो दिनों में, 200 से अधिक वैश्विक नेताओं के भाषण यूएनजीए प्रोडक्शन कंट्रोल हेडक्वार्टर से पहले ही दिखाए जा चुके हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में, मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को पुराने ढांचे और विश्वसनीयता के संकट को लेकर आईना दिखाया था। भारत का इस संबंध में संदेश स्पष्ट था कि 75 साल होने पर भी संयुक्त राष्ट्र का क्रिया-कलाप और ढांचा वैसा ही है जैसे यह 1940 के दशक के मध्य में था, जिसमें सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों में अभी भी पांच सदस्यों को ही रखा गया है, जबकि भारत भी इसका हकदार है।
सोमवार को, मोदी ने चार मिनट से कम समय लिया और प्री-रिकॉर्डेड भाषण में इतने कम समय में ही वो सबकुछ कह डाला जो वो कहना चाहते थे। वैश्विक नेता जो वीडियो कॉल के आदि हो चुके है वो प्री-रिकॉर्डेड भाषण में अपनी वाकपटुता दिखाने की जुगत में लगे हैं।