पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने स्पष्ट किया कि देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाना पड़ेगा जिससे देश की आवाम को किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े। नकदी संकट से जूझ रही देश की अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यक्रम को लागू करने के अलावा उनकी सरकार के पास कोई और विकल्प नहीं था।
अर्थव्यवस्था पर करें काम- पीएम शरीफ
‘एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान’ ने शरीफ के हवाले से कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि अगर सरकार किसी क्षेत्र में सब्सिडी देना भी चाहती है तो इसके लिए उसे आईएमएफ से मदद लेनी होगी और तकलीफदेह होने के बावजूद सचाई यही है। शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार कीमतों में वृद्धि का भार जनता पर नहीं डालना चाहती थी लेकिन देश को आईएमएफ कार्यक्रम को लागू करना ही होगा क्योंकि उसके पास कोई और विकल्प नहीं है।
पाकिस्तान ने ठप पड़े छह अरब डॉलर के आईएमएफ कार्यक्रम को इस वर्ष पुनजीर्वित किया। हालांकि, इसके लिए जो सख्त शर्तें हैं उनका पालन करने में उसे कठिनाई आ रही है। ऐसी खबरें हैं कि आईएमएफ तबतक इस कार्यक्रम के तहत और राशि जारी नहीं करेगा जबतक कि सरकार ने जो वादे किए हैं उन्हें वह पूरा नहीं कर लेती।