ब्रिटेन के प्रिंस हैरी और मेगन मर्कल ने आर्थिक रूप से स्वतंत्र दंपति के तौर पर भविष्य में की जाने वाली ब्रांडिंग में ‘‘शाही’’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करने पर सहमति जताई है।
ड्यूक और डचेस ऑफ ससेक्स शाही कर्तव्यों से अलग होने की प्रक्रिया के मद्देनजर बकिंघम पैलेस की टीम के साथ बातचीत कर रहे हैं। इसमें कुछ जटिलताएं भी सामने आ रही हैं क्योंकि दंपति को मिली इस शाही उपाधि का इस्तेमाल उनके धर्मार्थ कार्य और इस तरह के अन्य कार्यों में हो रहा है।
दंपति के प्रवक्ता ने इस मुद्दे को लेकर मीडिया में जारी अटकलों पर उनके संबोधन को जारी किया और एक बयान में कहा, ‘‘ड्यूक और डचेस एक गैर लाभकारी संगठन की स्थापना की योजना बना रहे हैं।
‘शाही’ शब्द के इस्तेमाल को लेकर ब्रिटेन सरकार के विशेष नियमों का हवाला देते हुए वे इस बात पर सहमत हुए हैं कि उनका गैर लाभकारी संगठन ‘ससेक्स रॉयल फाउंडेशन’ के नाम से नहीं जाना जाएगा। नये संगठन के नाम की घोषणा जल्द होने वाली है।’’
हैरी (35) और मर्केल (38) फिलहाल कनाडा में वैंकूवर द्वीप पर एक आलीशान बंगले में अपने नौ महीने के बेटे आर्ची के साथ रह रहे हैं।
ब्रिटिश ताज की दौड़ में हैरी का स्थान छठा है और उनका सेना में मेजर रैंक वाला लेफ्टिनेंट कमांडर और स्वाड्रन लीडर का पद बना रहेगा, लेकिन वे मानद सैन्य पदों का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे और न ही इनसे जुड़े आधिकारिक कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
शाही पदवी छोड़ने की प्रक्रिया में 12 महीने की प्रायोगिक अवधि के दौरान ये पद रिक्त रहेंगे, हालांकि इन भूमिकाओं को स्वीकारने का उनके पास विकल्प खुला रहेगा।
इसी तरह से दंपति हिज एंड हर रॉयल हाइनेस (एचआरएस) की उपाधि अपने पास बरकरार रखे सकेंगे लेकिन अपनी नयी स्वतंत्र भूमिका में उन्होंने इस उपाधि का भी इस्तेमाल नहीं करने पर सहमति जताई है।
दंपति ने पिछले साल मार्च में अपनी वेबसाइट ससेक्सरॉयल डॉट कॉम को पंजीकृत कराया था लेकिन अब वे इसे भी नया रूप देना चाहते हैं।