एक ओर जहां कोरोना वायरस जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है वही , दूसरी ओर अमरीका ओर चीन का वाक् युद्ध जारी है। जी हाँ, एक तरफ जहां वायरस के कारण विश्वभर के करीब 115 देशों और क्षेत्रों में 4,600 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 1,25,293 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं।
वही , दूसरी तरफ अमरीका कोरोना वायरस को लेकर चीन पर आरोप लगा रहा है लेकिन अब चीन के एक अधिकारी ने गुरुवार अमरीका पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि संभवत: अमेरिेकी सेना ही कोरोना वायरस वुहान लेकर आयी है।
दुनिया भर में इस जानलेवा वायरस के तेजी से होते प्रसार की पृष्ठभूमि में दोनों देशों के बीच जारी वाक् युद्ध के दौरान यह बयान आया है।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने गुरुवार को अपनी खबर में लिखा कि सूचनाओं के अनुसार, अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) के निदेशक रॉबर्ट रेडफिल्ड ने यह माना है कि फ्लू के कुछ मरीजों की पहचान में संभवत: गलती हुई है और वे कोरोना वायरस से ग्रस्त थे।
खबर में कहा गया है, यह जानलेवा वायरस अमेरिका में फैलता जा रहा है लेकिन अमेरिकी सरकार की प्रतिक्रिया में खामियों के संकेत दिख रहे हैं, इसमें महामारी से जुड़ी सूचनाओं को छुपाने का प्रयास, सामान्य फ्लू और कोरोना वायरस में फर्क नहीं कर पाने में संभावित असफलता, नस्लवाद से प्रेरित बयानों के साथ दूसरों पर दोष मढ़ने की कोशिश।
रेडफिल्ड की टिप्पणियों का हवाला देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ताओं में से एक जाओ लिजिआन ने आरोप लगाया कि संभवत: अमेरिकी सेना ही कोविड-19 को वुहान लेकर आयी है।
चीन में इस वायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हुबेई प्रांत का वुहान शहर ही है। हालांकि उन्होंने अमेरिकी सेना के खिलाफ अपने आरोपों पर विस्तार से कुछ नहीं कहा।