भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के बाद से ही भारत को इस्लामिक देशों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। कई खाड़ी देशों ने भारतीय दूतावास को तलब किया है तो कहीं से भारतीय समानों के बहिष्कार की ख़बरें सामने आ रही हैं। इस पूरे विवाद के बीच ईरान (Iran) के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अबदुल्लाह (Hussain Amir Abdullah) बुधवार को भारत (India) दौरे पर आए।
ईरान के विदेश मंत्री ने पैगंबर विवाद पर की NSA डोभाल से बात
बता दें कि इस दौरे के दौरान ईरान के विदेश मंत्री और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) की मुलाकात हुई थी, इस बैठक में पैगंबर मोहम्मद का मुद्दा भी उठाया गया था। हालांकि गुरुवार को ईरान की ओर से आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किये गए बयान के कुछ हिस्सों को डिलीट कर दिया गया। हटा दिए गए प्रेस बयान में यह कहा गया था कि भारत ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
मीटिंग के बाद ईरान ने डिलीट किया पैगंबर विवाद से जुड़ा बयान
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “आमतौर पर मैं वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों, एनएसए और ईरानी विदेश मंत्री के बीच हुई बैठक पर टिप्पणी करना पसंद नहीं करता। लेकिन हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी व्यक्ति के ट्वीट और टिप्पणियां सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती हैं। वहीं आपत्तिजनक टिप्पणी और ट्वीट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।”
मुलाकात के बाद ईरानी विदेश मंत्री ने कही थी यह बात
ईरानी विदेश मंत्रालय ने दावा किया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन को पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।ईरानी विदेश मंत्रालय के मुताबिक उनके विदेश मंत्री ने शीर्ष भारतीय अधिकारियों के साथ अपनी बैठकों के दौरान, “इस बात को दोहराया की भारत के प्रगति और विकास में मुस्लिम समुदाय ने एक अहम भूमिका निभाई है।”
मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक भी की थी मुलाकात
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अबदुल्लाह ने मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक के दौरान कहा कि “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान हमेशा भारत सरकार, राष्ट्र और मुस्लिम समुदाय के साथ खड़ा रहेगा। भारत और ईरान के बीच संबंध मजबूत और विस्तार कर रहे हैं, साथ ही भारत के विद्वानों और मुसलमानों की उपस्थिति इन संबंधों का एक मजबूत स्तंभ है।”
पैगंबर मोहम्मद विवाद पर दी थी यह प्रतिक्रिया
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी की निंदा करते हुए, उन्होंने कहा कि “भारत करुणा और सहिष्णुता की भूमि रहा है, इसलिए इस तरह के विवादित बयान न तो भारत के अनुकूल हैं और न ही भारत की संस्कृति का हिस्सा हैं और निश्चित रूप से भारतीय क्षेत्र में सभी धर्मों के अनुयायी इस तरह की टिप्पणियों का विरोध करते हैं।” बता दें कि बुधवार को ईरान के विदेश मंत्री ने डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।