पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि इस्लामाबाद प्रशासन ने शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ एक विरोध रैली को संबोधित करने के लिए शनिवार को रावलपिंडी के परेड ग्राउंड पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के हेलीकॉप्टर को उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। खान के 26 नवंबर को रावलपिंडी में अपने समर्थकों को संबोधित करने का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा है कि रावलपिंडी में उनकी पार्टी का विरोध पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा।
शिरीन मजारी ने सरकार पर सधआ निशाना
पीटीआई की उपाध्यक्ष शिरीन मजारी ने खान के हेलीकॉप्टर को न उतरने देने के लिए इस्लामाबाद प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, आईसीटी (इस्लामाबाद कैपिटल टेरिटरी) ने परेड ग्राउंड में (इमरान खान) के हेलीकॉप्टर को उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। हालांकि, जीएचक्यू (जनरल हेडक्वार्टर) की अनुमति कल आई थी। दोनों से अनुमति की आवश्यकता है! यह हास्यास्पद है।
आईसीटी प्रशासन के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने ट्वीट किया, साजिशकर्ताओं के दिमाग में इमरान खान का डर बैठ गया है और वे उनकी जान को खतरा पैदा कर रहे हैं।
हेलीकॉप्टर को परेड ग्राउंड में उतरने की मांगी गई थी अनुमती
पीटीआई ने इस हफ्ते की शुरुआत में इस्लामाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर खान के हेलीकॉप्टर को परेड ग्राउंड में उतरने और सभा के समाप्त होने तक खड़े रहने की अनुमति मांगी थी। वहीं पाकिस्तान के एक प्रमुख समचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय ने इस हवाले से एक बयान जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि जीएचक्यू को अधिकारियों को पीटीआई प्रमुख के हेलीकॉप्टर के उतरने पर कोई आपत्ति नहीं है।
इसी महीने 3 नवंबर को जब इमरान खान का विरोध मार्च जब वजीराबाद शहर से गुजर रहा था, तो उनके काफिले पर हमला किया गया था। इस हमले में इमरान खान बाल-बाल बचे। खान पर भी चोटें आईं थीं। खान को इसी साल अप्रैल में अविश्वास मत के जरिए पद से बेदखल किया गया था।