कतर ने अमेरिका और अफगान तालिबान के बीच दोहा में शनिवार को महत्वपूर्ण शांति समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान मौजूद रहने के लिए पाकिस्तान को मंगलवार को आमंत्रित किया।
पाकिस्तान के सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ के अनुसार पाकिस्तान में कतर के राजदूत सक्र बिन मुबारक ने कतर के विदेश मंत्री की ओर से पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को मंगलवार को आमंत्रित किया।
कुरैशी ने अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते का स्वागत किया और कहा कि पाकिस्तान का हमेशा से ही यह विचार रहा है कि अफगान संघर्ष का कोई सैन्य हल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और कतर ने अफगान सुलह प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में एक ‘‘महत्वपूर्ण भूमिका’’ निभायी है।
कुरैशी ने साथ ही यह विश्वास भी जताया कि शांति समझौते से अफगान संवाद में सहायता मिलेगी। इस समझौते से अफगानिस्तान में अमेरिका का सबसे लंबा युद्ध समाप्त होगा जिसमें वर्ष 2001 से लेकर अभी तक 2400 से अधिक अमेरिकी सैनिकों की जान गई है।
9/ 11 के आतंकवादी हमलों के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान में प्रवेश किया था।अफगानिस्तान में वर्तमान में अमेरिका के 14 हजार से कम सैनिक हैं लेकिन सैन्य अधिकारी वास्तविक संख्या की पुष्टि नहीं कर पाये।