मॉस्को : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक से पहले शुक्रवार को रूसी सशस्त्र बलों के मॉस्को स्थित मुख्य गिरजाघर और संग्रहालय परिसर का दौरा किया। सिंह यहां एससीओ देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं। उन्होंने अपने दौरे के तीसरे दिन की शुरुआत अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ गिरजाघर का दौरा करने के साथ की।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह रूसी संघ के सशस्त्र बलों के मॉस्को स्थित मुख्य गिरजाघर और संग्रहालय परिसर का दौरा किया।’’ मंत्रालय ने टि्वटर पर दो तस्वीरें भी पोस्ट कीं जिनमें राजनाथ रूसी और भारतीय अधिकारियों के साथ गिरजाघर के अंदर दिखाई देते हैं।
Visited the Main Cathedral of the Russian Armed Forces and the Museum Complex, ‘Memory Road’ in Moscow today. pic.twitter.com/bpit5ONceu
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 4, 2020
रूसी संघ के सशस्त्र बलों का यह मुख्य गिरजाघर इस साल 20 जून को ही खुला था। यह सेना को समर्पित ऑर्थोडॉक्स ईसाइयों का एक विशाल चर्च है। सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा था कि रूसी समकक्ष जनरल सर्गेई शोइगू के साथ उनकी ‘‘शानदार बैठक’’ हुई। इस दौरान उन्होंने भारत की रक्षा और सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए रूस की मदद की सराहना की।
रक्षा मंत्री ने इस दौरान रूस द्वारा भारत को कई अस्त्र प्रणालियों, गोला-बारूद और सैन्य उपकरणों की आपूर्ति की प्रक्रिया तेज किए जाने पर जोर दिया, जिनके लिए शुरू में करार हो चुके हैं। दोनों देशों ने एके-47 203 राइफलों के भारत में विनिर्माण के लिए एक बड़े सौदे को भी अंतिम रूप दिया।