कनेक्टिकट में एक रेप आरोपी को इस सप्ताह कोर्ट ने बरी कर दिया लेकिन खुद को निर्दोष साबित करने के लिए शख्स ने जो तरीका अपनाया उसने सबको दंग कर दिया। दरअसल उस शख्स ने कोर्ट में ही अपनी पैंट खोली और जूरी को अपना प्राइवेट पार्ट दिखाया। जिसके बाद सब उसे देखने लगे।
बचाव पक्ष के वकील टॉड बुसर्ट ने कहा कि उनके मुवक्किल के पास खुद को निर्दोष साबित करने के लिए सिर्फ यही एक तरीका था। उस शख्स पर साल 2012 में एक महिला का बलात्कार करने का आरोप था। महिला ने अपनी शिकायत में कहा था कि जिस आदमी ने उनका रेप किया वह एक अश्वेत था जिसके प्राइवेट पार्ट का रंग बाकी शरीर की तुलना में हल्का था।
साल 2014 में एक न्यूज रिपोर्ट में फोटो देखने के बाद महिला ने डेसमंड जेम्स नाम के शख्स को खुद के बलात्कार का आरोपी बताया था। बचाव पक्ष के वकील के मुताबिक, महिला ने आरोपी के प्राइवेट पार्ट के बारे में जो जानकारी दी थी उनके मुवक्किल का प्राइवेट पार्ट उससे मेल नहीं खाता।
सुनवाई के दौरान, टॉड ने अपने मुवक्किल के प्राइवेट पार्ट की कुछ तस्वीरें दिखाकर यह साबित करने की योजना बनाई कि वह आरोपी नहीं है। टॉड ने वॉशिंगटन पोस्ट को दिए एक इंटरव्यू में कहा- ‘दुर्भाग्य से, फोटो में फ्लैश की वजह से सब खराब हो गया। इसके बाद मेरे मुवक्किल को कोर्ट में अपना प्राइवेट पार्ट दिखाने के लिए राजी करना काफी मुश्किल था।’
वकील ने इंटरव्यू में कहा- ‘हमने अपने मुवक्किल को बताया कि यह उनके बचाव में बहुत बड़ा सबूत होगा। इसके बाद कोई शक नहीं रहेगा।’ जब सुनवाई शुरू हुई तो 6 सदस्यों वाली जूरी को पहले इस बारे में जानकारी दी गई। फिर जेम्स जूरी बॉक्स के पास खड़े हुए और अपनी पैंट का बटन खोला। वकील ने बताया, ‘पूरी प्रक्रिया सिर्फ 3 से 5 सेकेंड की थी। कोर्ट इसको बहुत बड़ा मसला नहीं बनाना चाहता था। आखिरकार, यह अपमानजनक है।’
हालांकि जूरी के फैसले के बावजूद जेम्स रिहा नहीं हुआ। आपको बतता दें कि जेम्स बीते साल एक घर में जबरन घुसकर 10 साल की बच्ची के यौन उत्पीड़न का दोषी करार हुआ था और फिलहाल 65 साल की जेल की सजा काट रहा है।
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