इस्लामाबाद पुलिस ने शुक्रवार को 'आजादी मार्च' के दौरान राजधानी में हुए दंगों को लेकर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान समेत वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक खान के अलावा असद उमर, इमरान इस्माइल, राजा खुर्रम नवाज, अली अमीन गंडापुर और अली नवाज अवान के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने कोहसर पुलिस स्टेशन में 'दंगा और आगजनी' के संबंध में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए।
इस्लामाबाद पुलिस ने 'दंगा और आगजनी' के संबंध में दर्ज किये मामले
पहली प्राथमिकी सब-इंस्पेक्टर (एसआई) आसिफ रजा की शिकायत पर दर्ज की गई थी। दूसरी एसआई गुलाम सरवर की ओर से दर्ज की गई। कुल 150 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 39 को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्राथमिकी में इस्लामाबाद के जिन्ना एवेन्यू में मेट्रो बस स्टेशनों को जलाने, एक्सप्रेस चौक पर एक सरकारी वाहन को नुकसान पहुंचाने और जियो न्यूज और जंग कार्यालय के शीशे तोड़ने का जिक्र है।
महमूद खान के खिलाफ भी हो सकती है कानूनी कार्रवाई
गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने जियो न्यूज को बताया कि संघीय सरकार ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का भी फैसला किया है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री की सशस्त्र पुलिस के साथ (आजादी मार्च) में भागीदारी संघ पर हमला है। सनाउल्लाह ने कहा कि उनके विभाग ने महमूद खान के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने पर राय के लिए कानून मंत्रालय से संपर्क किया है।
जानें पूरा घटनाक्रम
बुधवार को, इमरान खान और उनके काफिले के शहर में प्रवेश करने के बाद संघीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति अराजक हो गई। पीटीआई के प्रदर्शनकारियों की पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ हिंसक झड़पों हो गई और प्रदर्शनकारी डी-चौक की ओर बढ़ते रहे। इसके बाद सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने और रेड जोन में स्थित सरकारी कार्यालयों की सुरक्षा के लिए सेना को बुलाने का फैसला किया।
दंगे केवल इस्लामाबाद तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि कराची और क्वेटा सहित अन्य शहरों में भी फैल गए। कराची में, गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने नुमाइश चौरांगी में एक पुलिस वैन में आग लगा दी, जबकि प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक पुलिस अधीक्षक (एसपी) सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।