यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल के अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने उस कला स्कूल पर बमबारी की है जिसमें कम से कम 400 लोगों ने शरण ली हुई थी। स्थानीय अधिकारियों ने रविवार को कहा कि स्कूल की इमारत तबाह हो गयी है और मलबे में लोग दबे हो सकते हैं। अभी यह जानकारी नहीं मिल सकी है कि इसमें कोई हताहत हुआ है अथवा नहीं। रूसी बलों ने बुधवार को मारियुपोल में एक थिएटर पर भी बमबारी की थी, जिसमें आम नागरिक शरण लिए हुए थे। उन्होंने बताया कि 130 लोगों को निकाला गया था और कुछ लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
चारों ओर से घिरा मारियुपोल
बता दें कि रूसी सेना से चारों ओर से घिरे और युद्ध से सबसे अधिक प्रभावित यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में रूस के सैनिक और भीतरी क्षेत्र तक प्रवेश कर गए हैं। मारियुपोल में भीषण लड़ाई के कारण एक प्रमुख इस्पात संयंत्र को बंद कर दिया गया है और स्थानीय अधिकारियों ने पश्चिमी देशों से और अधिक मदद की गुहार लगाई है। मारियुपोल के पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने पश्चिमी नेताओं को संबोधित एक वीडियो में आस पास सड़क पर मलबे बिखरे दृश्य को दिखाते हुए कहा, ‘‘बच्चे, बुजुर्ग मर रहे हैं। शहर को नष्ट कर दिया गया है और धरती से इसका नामो निशान मिटा दिया गया है।’’
मायकोलाइव हुए रॉकेट हमले में 40 नौसैनिकों की मौत
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ से यूक्रेन के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों दक्षिणी शहर मायकोलाइव में हुए एक रॉकेट हमले को लेकर जानकारी भी सामने आनी शुरू हो गई है, जिसमें 40 नौसैनिक मारे गए थे। रूसी सेनाओं ने पहले ही मारियुपोल का संपर्क अजोव सागर से काट दिया है। यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार वादिम देनिसेंको ने कहा कि यूक्रेन और रूसी सेना ने मारियुपोल में अजोवस्टल लौह संयंत्र को लेकर लड़ाई लड़ी। देनिसेंको ने टेलीविजन पर कहा, ‘‘यूरोप में सबसे बड़े धातुकर्म संयंत्रों में से एक वास्तव में नष्ट हो रहा है।’’
मारियुपोल के लोगों को जबरदस्ती रूस किया स्थानांतरित
मारियुपोल नगर परिषद ने इसके कुछ समय बाद दावा किया कि रूसी सैनिकों ने शहर के हजारों निवासियों ज्यादातर महिलाओं और बच्चों को रूस में जबरन स्थानांतरित कर दिया। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि लोगों को कहां ले जाया गया और ‘एपी’ इस दावे की तुरंत पुष्टि नहीं कर सकता।